इस साल धनतेरस पर बन रहे है ये योग,
इस तरह से करें पूजा, घर आएंगी लक्ष्मी
18 days ago Written By: ANJALI
धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, भारत में दीपों का त्योहार और धन की प्राप्ति का दिन माना जाता है। इस दिन यमराज के लिए दीपक जलाया जाता है, जिसे यम दीपम कहते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार धनतेरस कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है।
धनतेरस कब है?
इस साल धनतेरस 18 अक्टूबर, शनिवार को है। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर, रविवार को दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। धनतेरस के बाद ही दिवाली का मुख्य त्योहार आता है।
इस साल धनतेरस पर ब्रह्म योग और नक्षत्र
धनतेरस के दिन ब्राह्म योग सुबह 4:43 बजे से लेकर 5:33 बजे तक रहेगा। वहीं पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र सुबह से दोपहर 3:41 बजे तक है, उसके बाद उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा। यह शुभ योग और नक्षत्र पूजा के लिए विशेष महत्व रखते हैं।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस की पूजा का मुख्य समय शाम 7:16 बजे से लेकर रात 8:20 बजे तक है। इस समय माता लक्ष्मी, गणेश जी और कुबेर की विशेष पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त 11:43 बजे से दोपहर 12:29 बजे तक है, जिसे भी पूजा के लिए उत्तम माना जाता है।
यम दीपम का समय और महत्व
धनतेरस पर प्रदोष काल में यमराज के लिए दीपक जलाया जाता है। इस साल यम दीपम का समय शाम 5:48 बजे से रात 8:20 बजे तक है। दीपक घर के बाहर दक्षिण दिशा में जलाने की परंपरा है। ऐसा करने से परिवार के सदस्य अकाल मृत्यु और अन्य संकटों से सुरक्षित रहते हैं।
धनतेरस का महत्व
धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा कर धन, वैभव, सुख और संपत्ति की प्राप्ति की कामना की जाती है। इस दिन सोना, चांदी, वाहन, मकान, दुकान या प्रॉपर्टी की खरीदारी भी शुभ मानी जाती है। माना जाता है कि इस दिन की गई खरीदारी और पूजा से धन और समृद्धि बढ़ती है।