जानिए दिवाली पर कितने दीप जलाने चाहिए,
कब जलाएं और किस दिशा से शुरू करें पूजा
5 days ago Written By: Aniket Prajapati
लखनऊ। दिवाली का त्योहार दीपों का पर्व कहलाता है, क्योंकि इस दिन पूरा देश रोशनी से जगमगाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दीप जलाने की परंपरा अयोध्या से शुरू हुई थी। कहा जाता है कि जब भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तब नगरवासियों ने उनके स्वागत में दीपों से पूरी नगरी को रोशन कर दिया था। तभी से हर साल यह परंपरा उत्साह और श्रद्धा के साथ निभाई जाती है, खासकर अयोध्या में तो दीपोत्सव की भव्यता देखते ही बनती है। अब आइए जानते हैं कि इस दिवाली पर दीपक जलाने का शुभ समय, संख्या और दिशा क्या होगी।
दिवाली पर दीप जलाने का शुभ मुहूर्त इस वर्ष दिवाली 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 7:08 से रात 8:18 बजे तक रहेगा। इसी अवधि में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा कर दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। लक्ष्मी पूजन के बाद पूरे घर में दीपक जलाकर वातावरण को शुद्ध और पवित्र किया जाता है।
दिवाली पर कितने दीपक जलाने चाहिए धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, दिवाली के दिन दीपक विषम संख्या में जलाने चाहिए — जैसे 5, 7, 9, 11, 21, 51, 101 या 251 दीपक। माना जाता है कि विषम संख्या में दीप जलाने से घर में धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य का आगमन होता है। इसके साथ ही दो विशेष दीपक अवश्य जलाने चाहिए —
घी का दीपक, जिसे रातभर जलता रहने दें।
सरसों के तेल का दीपक, जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
दीपक जलाने का मंत्र (Diwali Par Deepak Jalane Ka Mantra)
दिवाली के दिन दीप जलाते समय यह शुभ मंत्र अवश्य बोलें — “शुभं करोति कल्याणं आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते॥” इस मंत्र के उच्चारण से घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का संचार होता है।
दीपक कहां-कहां रखें दिवाली पर दीपक जलाने का सही स्थान बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार —
मंदिर में — घी और सरसों तेल का बड़ा दीपक रखें।
मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपक अवश्य जलाएं, इससे लक्ष्मी जी के आगमन का मार्ग प्रशस्त होता है।
लिविंग रूम और रसोईघर में दीप जलाएं, जिससे परिवार में सौहार्द और सुख-शांति बनी रहती है।
बालकनी और छत पर दीपक जलाकर घर के चारों ओर रोशनी फैलाएं।
तुलसी के पौधे और पीपल के पेड़ के नीचे एक-एक दीपक अवश्य जलाएं।
घर के हर कमरे के दरवाजे के बाहर दो-दो दीपक रखने की परंपरा भी शुभ मानी गई है।
बाथरूम के बाहर भी एक दीपक रखना अशुद्धता को दूर करने का प्रतीक माना जाता है।
दीपक जलाने की सही दिशा
घर में दीपक जलाने की शुरुआत दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्निकोन) से करें और फिर क्रमशः दक्षिण-पश्चिम, पूर्व और अंत में उत्तर दिशा की ओर बढ़ें।