कार्तिक पूर्णिमा पर 365 बाती का दीपक जलाने का महत्व,
विधि और शुभ मुहूर्त
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिन स्नान-दान, व्रत और दीपदान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन 365 बाती वाला दीपक जलाने से सालभर की पूजा-पाठ का फल एक साथ प्राप्त होता है। अगर किसी कारणवश आप कुछ दिनों में भगवान की आराधना नहीं कर पाए हों, तो इस दीपक को जलाने से उस छूटी हुई पूजा का भी पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा पर 365 बाती वाला दीपक कब और कैसे जलाना चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा पर 365 बाती का दीपक कब जलाएं
कार्तिक पूर्णिमा के दिन 365 बाती वाला दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त शाम 5:30 बजे से 7:30 बजे तक रहेगा। इस समय भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद दीपक को पूर्व दिशा की ओर मुख करके जलाएं। मान्यता है कि इस दिशा में दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और धन-समृद्धि का प्रवाह बढ़ता है।
365 बाती वाला दीपक कैसे बनाएं
इस दीपक को तैयार करने के लिए सबसे पहले एक बड़ा मिट्टी का दीपक लें और उसमें घी या सरसों का तेल भरें। फिर कपास या कलावे की 365 छोटी, समान आकार की बातियां बनाएं। यदि आप 5 धागे वाले कलावे का उपयोग करते हैं, तो उसे अपने हाथ पर 73 बार लपेटकर काट लें — इस तरह कुल 365 बातियां तैयार हो जाएंगी। अब इन बातियों को एक-एक कर दीपक में डालें और सभी को एक साथ प्रज्वलित करें। कई लोग इन बातियों को गोलाकार रूप में सजाकर दीपक तैयार करते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपक जलाने की विधि
पारंपरिक रूप से यह दीपक सूखे नारियल (गोले) में जलाया जाता है। नारियल को बीच से काटकर एक हिस्से में घी या तेल भरें और उसमें 365 बातियां डालें। यह दीपक तुलसी के पौधे, पीपल, आंवला या केले के पेड़ के नीचे जलाना शुभ माना जाता है। दीपक के नीचे चावल के कुछ दाने जरूर रखें और उस पर हल्दी-रोली का तिलक लगाएं। दीपक में खील के दाने डालें और उसके ऊपर से तीन बार जल घुमाएं। इस विधि से दीपक जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
365 बाती का दीपक कहां जलाएं
सबसे शुभ माना गया स्थान तुलसी का पौधा है। पहले तुलसी माता की पूजा करें, फिर दीपक जलाएं और 108 बार परिक्रमा करें। इसके अलावा, पीपल, आंवला और केले के पेड़ के नीचे भी दीपक जलाया जा सकता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से पूरे वर्ष घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
धार्मिक मान्यता और लाभ
शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर 365 बाती वाला दीपक जलाने से साल भर की अधूरी पूजा पूरी मानी जाती है। यह दीपक जलाने वाला व्यक्ति न केवल पापों से मुक्त होता है, बल्कि उसके घर में धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य का वास होता है।