सुहागिन महिलाएं कैसे करें शुक्रवार व्रत?
जानिए पूजन विधि,सामग्री और पारण का सही तरीका
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Friday Vrat For Married women: शुक्रवार का दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन को देवी लक्ष्मी और संतोषी माता की उपासना के लिए श्रेष्ठ माना गया है। मान्यता है कि शुक्रवार को सच्चे मन से व्रत और पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा से धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है, जबकि संतोषी माता के आशीर्वाद से मन को शांति, परिवार में सुख और जीवन में संतोष मिलता है। विशेष रूप से विवाहित महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र, पारिवारिक सुख और आर्थिक समृद्धि की कामना से यह व्रत करती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत की पूरी विधि और इससे जुड़ी जरूरी बातें।
व्रत में सफेद या गुलाबी कपड़े पहनना शुभ
शुक्रवार को व्रत करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें। इस दिन सफेद या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। इसके बाद पूजा स्थान और घर को अच्छी तरह साफ करें। पूजा के लिए एक चौकी पर सफेद या गुलाबी कपड़ा बिछाएं और उस पर माता लक्ष्मी और संतोषी माता की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
पूजन में रखें चावल, दही, हल्दी और रोली
पूजन सामग्री में चावल, दही, हल्दी, रोली, चंदन, लाल फूल, गंगाजल, दीपक, धूप, कपूर, नारियल और जल से भरा कलश रखें। संतोषी माता को गुड़ और भुने हुए चने का भोग लगाएं, जबकि माता लक्ष्मी को खीर या सफेद मिठाई अर्पित करें।
पूजन की शुरुआत गंगाजल से अभिषेक से करें
पूजन की शुरुआत गंगाजल से अभिषेक करके करें। फिर फूल, अक्षत, धूप और दीप अर्पित करें। घी का दीपक जलाकर ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का 108 बार जप करें। संतोषी माता की कथा पढ़ें और अंत में उनकी आरती करें। ध्यान दें कि लक्ष्मी माता की आरती नहीं करनी चाहिए। आरती के बाद प्रसाद बांटें और रात को जागरण करें।
पंचामृत, फल या अन्न से करें व्रत समाप्त
शनिवार सुबह सूर्योदय के बाद व्रत का पारण करें। पंचामृत, फल या अन्न लेकर व्रत समाप्त करें और पारण से पहले दान करना भी शुभ माना जाता है। व्रती दिनभर उपवास कर सकती हैं, लेकिन ध्यान रखें कि खट्टा या नमक वाला भोजन न करें। मीठा फलाहार और संतोष से दिन बिताना ही इस व्रत का मूल संदेश है।