गणेश चतुर्थी का क्या है धार्मिक महत्व
जानें तिथि और मुहूर्त
1 months ago
Written By: ANJALI
भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी 26 अगस्त 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन भक्तजन घरों और मंदिरों में गणपति बप्पा की स्थापना कर श्रद्धा और उत्साह से उनकी पूजा-अर्चना करेंगे।
आज का अशुभ समय (26 अगस्त 2025)
जकर काल: रात 12:37 से 03:24 तक
राहुकाल: दोपहर 12:22 से 01:59 तक
गुलिकाल: सुबह 10:46 से दोपहर 12:22 तक
यमगण्ड: प्रातः 07:33 से 09:09 तक
आज का नक्षत्र
हस्त नक्षत्र: प्रातः 06:04 बजे तक
इसके बाद चित्रा नक्षत्र प्रारंभ होगा।
हस्त नक्षत्र की विशेषताएं
स्वामी: चंद्रमा
प्रतीक: हाथ या बंद मुट्ठी
देवता: सविता (सूर्योदय के देवता)
गुण: साहसी, दानशील, परिश्रमी, बुद्धिमान और ऊर्जावान।
गणेश चतुर्थी का धार्मिक महत्व
गणेश चतुर्थी को विघ्नहर्ता भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की जाती है और उन्हें मोदक, फल, फूल अर्पित कर प्रसन्न किया जाता है। भक्तजन गणपति मंत्र का जाप करते हैं और सुख-समृद्धि, सफलता एवं बाधाओं के निवारण की कामना करते हैं। परंपरानुसार, गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक (1 से 11 दिन) विधिपूर्वक गणेश जी की पूजा की जाती है। यह पर्व हमें यह सिखाता है कि हर कार्य की शुरुआत गणपति बप्पा के नाम से करनी चाहिए।
गणेश चतुर्थी 2025: तिथि और मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 26 अगस्त 2025, दोपहर 01:54 बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त: 27 अगस्त 2025, दोपहर 03:44 बजे
गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त (मध्याह्न पूजा समय): सुबह 11:05 से दोपहर 01:39 तक
इस पावन दिन पर यदि श्रद्धापूर्वक भगवान गणेश की आराधना की जाए तो जीवन की हर बाधा दूर होकर घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।