खाटू श्याम बाबा जन्मोत्सव : 2025 मंदिर न जा सकें तो ऐसे मनाएं घर पर बाबा का जन्मदिन,
जानें शुभ मुहूर्त और भोग की विधि
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
देशभर में भक्ति और श्रद्धा के माहौल में खाटू श्याम बाबा का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में इस दिन लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर में सजावट, भजन-कीर्तन और आरती की गूंज से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो जाता है। कहा जाता है कि इस दिन बाबा श्याम के दर्शन और पूजा करने से जीवन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
कब मनाया जाएगा खाटू श्याम जन्मोत्सव 2025 इस साल खाटू श्याम बाबा का जन्मोत्सव 1 नवंबर 2025, शनिवार को मनाया जाएगा। एकादशी तिथि का प्रारंभ सुबह 9:11 बजे से होगा और इसका समापन 2 नवंबर की सुबह 7:31 बजे पर होगा। भक्त इस पवित्र दिन पर उपवास रखते हैं और बाबा श्याम के दरबार में भक्ति भाव से हाजिरी लगाते हैं।
घर पर ऐसे मनाएं श्याम बाबा का जन्मदिन अगर आप किसी कारणवश खाटू धाम नहीं जा पा रहे हैं, तो घर पर भी बाबा का जन्मोत्सव पूरे विधि-विधान से मना सकते हैं। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे, preferably पीले या लाल रंफिर घी का दीपक जलाकर अगरबत्ती या धूप जलाएं। बाबा को रोली, चंदन और फूलमाला अर्पित करें। इसके बाद श्रद्धा के साथ बाबा के मंत्रों का जाप करें — ‘ॐ श्री श्याम देवाय नमः’ या ‘जय श्री श्याम’ आप इनमें से किसी एक मंत्र का 11, 21, 51 या 108 बार जाप कर सकते हैं। पूजा के बाद कपूर या घी के दीपक से आरती करें और परिवार के साथ श्याम बाबा के भजन गाएं। अंत में भोग लगाकर प्रसाद के रूप में परिवार में बांटेंग के कपड़े पहनें। पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ कर गंगाजल का छिड़काव करें। एक चौकी पर पीले कपड़े बिछाकर उस पर खाटू श्याम जी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। फूलों और गुब्बारों से स्थान को सजाएं और रंगोली बनाएं।
श्याम बाबा के प्रिय भोग खाटू श्याम बाबा को कच्चा दूध, खीर-चूरमा, पंचमेवा प्रसाद और पेड़े बेहद प्रिय हैं। मान्यता है कि बाबा श्याम ने खाटू की धरती पर सबसे पहले कच्चे दूध का भोग स्वीकार किया था। इसलिए जन्मोत्सव पर यह भोग अवश्य लगाएं। खीर-चूरमा और दूध से बने पेड़े का भोग चढ़ाना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा पंचमेवा यानी बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता और नारियल का मिश्रण चढ़ाने से बाबा अति प्रसन्न होते हैं।
भक्ति में डूबा खाटू धाम जन्मोत्सव के दिन खाटू श्याम मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। चारों ओर भजन, आरती और “जय श्री श्याम” के जयकारे गूंजते हैं। बाबा श्याम के दरबार की ये रौनक हर भक्त के दिल में भक्ति और ऊर्जा भर देती है। जो लोग वहां नहीं जा पाते, वे घर पर श्रद्धा और सच्चे मन से पूजा कर समान पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।