मार्गशीर्ष अमावस्या 2025: शनि साढ़े साती और ढैय्या से राहत पाने के लिए करें,
ये विशेष उपाय
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
मार्गशीर्ष अमावस्या, जिसे अगहन अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है, इस बार खास महत्व रखती है। यह दिन विशेष रूप से स्नान-दान और तर्पण करने के लिए जाना जाता है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से शनि की साढ़े साती और ढैय्या के नकारात्मक प्रभाव से भी राहत मिल सकती है। वर्तमान समय में कुंभ, मीन और मेष राशि के लोगों पर शनि साढ़े साती का प्रभाव है, जबकि सिंह और धनु राशि वालों पर शनि ढैय्या का साया है।
शनि साढ़े साती और ढैय्या से पीड़ित लोगों के लिए उपाय
शनि स्रोत का पाठ करें: मार्गशीर्ष अमावस्या को शनि स्रोत का पाठ करने से शनि की दशा का बुरा प्रभाव कम होता है और शनि परेशान नहीं करते। इसे जरूर करें।
पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें: इस दिन स्नान के बाद पीपल के पेड़ में जल डालें और दीपक जलाएं। ऐसा करने से जीवन की हर समस्या से छुटकारा मिलता है और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
मंत्र जाप: इस दिन 'शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करने से शनि का नकारात्मक प्रभाव कम होता है। इसे नियमित रूप से करने की सलाह दी जाती है।
शमी का पौधा लगाएं: मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन घर में शमी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। गमले में शमी का पौधा लगाएं, उसके चारों ओर काले तिल रखें और आगे सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि देव का मंत्र 11 बार जप करें। ऐसा करने से शनि साढ़े साती और ढैय्या का बुरा प्रभाव समाप्त होता है।
भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा: इस दिन भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोष से राहत मिलती है। दोनों की पूजा जरूर करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। मार्गशीर्ष अमावस्या 2025 पर ये उपाय करने से न सिर्फ शनि साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति भी आती है।