नवरात्र के छठे दिन करें मां कात्यायनी की पूजा,
इस मंत्र के जाप मात्र से पूरे होंगे काम
1 months ago Written By: ANJALI
शारदीय नवरात्र 10 दिनों तक चलने वाला पावन पर्व है। इसकी शुरुआत 22 सितंबर से हो चुकी है। इन दिनों भक्त मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा का विशेष महत्व होता है।
मां कात्यायनी की पूजा विधि
नवरात्र के छठे दिन प्रातःकाल स्नान आदि कर शुद्ध होकर पूजा की तैयारी करनी चाहिए। इस दिन भक्त नारंगी रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं, क्योंकि यह रंग शक्ति और उत्साह का प्रतीक माना जाता है। मां कात्यायनी की पूजा में शृंगार की सामग्री और लाल रंग की चुनरी अर्पित करें। पूजा के समय पीले रंग के फूल, शहद और पीली मिठाई माता को अर्पित करना शुभ माना जाता है। पूजा के अंत में दीपक जलाकर माता की आरती करें और सभी श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित करें।
मां कात्यायनी मंत्र जप का महत्व
नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी के मंत्रों का श्रद्धापूर्वक जप करने से साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इन मंत्रों का जप करने से व्यक्ति को कई तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है। मां कात्यायनी की कृपा से भक्त शारीरिक पीड़ा, भय, चिंता और दुख से मुक्त हो सकता है। साथ ही, जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर कर शत्रुओं पर विजय भी प्राप्त की जा सकती है।
1. मां कात्यायनी का वंदना मंत्र -
कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी।
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।
2. मां कात्यायनी का बीज मंत्र -
क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:
3. मां कात्यायनी के लिए प्रार्थना मंत्र -
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी॥
4. मां कात्यायनी का स्तुति मंत्र -
या देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥