हस्तरेखा शास्त्र में पैतृिक संपत्ति के संकेत: शनि पर्वत बनाता है,
विरासत मिलने का मजबूत योग
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
हस्तरेखा शास्त्र में व्यक्ति के जीवन के धन, संपत्ति और सुख–सुविधाओं के संकेत बहुत स्पष्ट रूप से बताए गए हैं। माना जाता है कि किसी व्यक्ति को पिता या ससुराल पक्ष से पैतृक संपत्ति मिलेगी या नहीं, इसका संकेत उसके हाथ की रेखाओं में पहले से मौजूद होता है। खासतौर पर शनि पर्वत और उससे जुड़ी रेखाएं इस विषय में सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। कई हस्तरेखा विशेषज्ञ कहते हैं कि हाथ की बनावट और निशान जीवन में मिलने वाली प्रॉपर्टी की मात्रा और संभावनाओं को भी दर्शाते हैं। आइए समझते हैं पैतृक संपत्ति का योग किन निशानों से बनता है।
कहां दिखता है पैतृक संपत्ति का संकेत? हस्तरेखा शास्त्र में संपत्ति का संबंध मंगल और शनि दोनों से माना जाता है। लेकिन विरासत या पैतृक संपत्ति मिलने का मुख्य संकेत शनि ग्रह से जुड़ा होता है। यह संकेत शनि पर्वत पर दिखाई देता है, जिससे पता चलता है कि व्यक्ति को पिता या ससुराल की तरफ से कितना लाभ मिल सकता है।
शनि पर्वत पर चौकोर बॉक्स का विशेष महत्व विशेषज्ञों के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की हथेली में शनि पर्वत पर चौकोर आकार के बॉक्स बने हों, तो इसे निश्चित पैतृक संपत्ति का संकेत माना जाता है। हाथ में जितने अधिक ऐसे बॉक्स दिखाई देते हैं, जीवन में उतनी ही अधिक संपत्ति मिलने की संभावना बढ़ जाती है। यह न सिर्फ पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी का योग बनाता है, बल्कि परिवार की ओर से आर्थिक स्थिरता भी दर्शाता है।
कैसे पहचानें शनि पर्वत और प्रॉपर्टी लाइन? हाथ की मध्यमा उंगली के ठीक नीचे का क्षेत्र शनि पर्वत कहलाता है। अगर इस स्थान पर या इसके पास कोई चौकोर बॉक्स बने हों, तो यह पैतृक संपत्ति का मजबूत संकेत होता है। इसके अलावा यदि शनि रेखा के आसपास ऐसे निशान दिखें, तो व्यक्ति को ससुराल से भी संपत्ति मिलने का योग बन सकता है।
किन लोगों को नहीं मिलता पैतृक संपत्ति का लाभ? जिन लोगों के हाथ में शनि पर्वत पर कोई चौकोर बॉक्स नहीं होता, उन्हें आमतौर पर विरासत का लाभ आसानी से नहीं मिलता। कई बार संपत्ति तो होती है, लेकिन हिस्सेदारी मिलने में रुकावटें आती रहती हैं। अगर जीवन रेखा और अंगूठे के बीच से एक रेखा निकलकर शनि पर्वत तक पहुंचे, तब भी पैतृक संपत्ति का योग बनता है। लेकिन यदि यह रेखा भी न हो, तो संपत्ति लाभ मिलने में कठिनाइयां आती हैं।
स्वयं की संपत्ति बनेगी या नहीं? व्यक्ति जीवन में अपनी खुद की संपत्ति बनाएगा या नहीं, इसका संबंध मंगल रेखा से होता है। हथेली के अंदरूनी और बाहरी मंगल क्षेत्र के निशान इस बात का संकेत देते हैं कि भविष्य में व्यक्ति अपनी कमाई से जमीन–मकान बना पाएगा या नहीं।