रुद्राक्ष धारण करने का सही तरीका और महत्व:
जानें असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान और हर राशि का शुभ रुद्राक्ष
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को भगवान शिव का पवित्र प्रसाद माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि असली रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है, मन शांत रहता है और सौभाग्य बढ़ता है। आजकल बाजार में नकली रुद्राक्ष भी बड़ी संख्या में मिलते हैं, इसलिए असली रुद्राक्ष की पहचान बहुत जरूरी है। ज्योतिष के अनुसार हर राशि के लिए अलग-अलग रुद्राक्ष शुभ माने गए हैं, जो जीवन में शांति और सफलता लाने में मदद करते हैं। रुद्राक्ष की पहचान, उसकी सही संख्या, पहनने की विधि और राशि अनुसार चयन को लेकर लोगों में कई सवाल होते हैं। इन सभी सवालों के जवाब हम इस रिपोर्ट में विस्तार से बता रहे हैं।
रुद्राक्ष का धार्मिक महत्व सनातन परंपरा में रुद्राक्ष को शिव का विशेष प्रसाद माना गया है। इसे पहनने से शिव कृपा जल्दी प्राप्त होती है और व्यक्ति जीवन की बाधाओं से सुरक्षित रहता है। इसे गले, हाथ या माला के रूप में पहनना शुभ बताया गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार असली रुद्राक्ष साधक के मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करता है और आसपास सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है।
कैसे पहचानें असली-नकली रुद्राक्ष? असली रुद्राक्ष पहचानने का सबसे सरल तरीका है उसे पानी में डालना। यदि रुद्राक्ष पानी में डूब जाए तो उसके असली होने की संभावना अधिक होती है। नकली या जोड़कर बनाए गए रुद्राक्ष गर्म पानी में अलग हो जाते हैं। असली दाना हल्का खुरदरा होता है, उसकी रेखाएं प्राकृतिक होती हैं और आकार पूरी तरह से गोल दिखाई देता है। सही पहचान के लिए किसी अनुभवी साधक या लैब टेस्ट की भी मदद ली जा सकती है।
कितनी संख्या में पहनना चाहिए रुद्राक्ष? रुद्राक्ष को 108, 54 या 27 दानों की माला में पहनना शुभ माना गया है। 108 संख्या को पूर्ण और पवित्र माना गया है, इसलिए इसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यदि इतनी बड़ी माला उपलब्ध न हो, तो 54 या 27 दानों की माला भी धारण की जा सकती है। इसे पहनने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है और साधना की ऊर्जा मजबूत होती है।
रुद्राक्ष धारण करने की सही विधि रुद्राक्ष को लाल, पीले या सफेद धागे में पहनना चाहिए। काले धागे का उपयोग वर्जित माना गया है। किसी दूसरे का पहना हुआ रुद्राक्ष कभी न पहनें। धारण से पहले इसे गंगाजल से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र की एक माला जपें। इससे रुद्राक्ष ऊर्जावान और सिद्ध माना जाता है।
राशि अनुसार कौन सा रुद्राक्ष पहनें? ज्योतिष के अनुसार हर राशि के लिए शुभ रुद्राक्ष इस प्रकार हैं, मेष: 5 मुखी, वृषभ: 6 और 10 मुखी, मिथुन: 4 या 11 मुखी, कर्क: 4 मुखी या गौरीशंकर, सिंह: 5 मुखी, कन्या: गौरीशंकर, तुला: 7 मुखी और गणेश रुद्राक्ष,वृश्चिक: 8 और 13 मुखी, धनु: 9 मुखी या 1 मुखी, मकर: 10 और 13 मुखी, कुंभ: 7 मुखी, मीन: 1 मुखी
रुद्राक्ष पहनने से होने वाले फायदे मान्यता है कि असली रुद्राक्ष पहनने से मानसिक तनाव कम होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और स्वास्थ्य बेहतर होता है। ज्योतिष के अनुसार यह ग्रहदोष कम करता है और आर्थिक स्थिरता बढ़ाने में भी मदद करता है। सही राशि का रुद्राक्ष धारण करने से जीवन में सौभाग्य, शांति और सफलता बढ़ती है।