पुनर्वसु नक्षत्र और सोमवार का शुभ संयोग: इन उपायों से मिलेगी जीवन में सफलता,
समृद्धि और शांति
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
आज सोमवार, 10 नवंबर को शाम 6 बजकर 48 मिनट तक पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से पुनर्वसु नक्षत्र सातवां और अत्यंत शुभ नक्षत्र माना गया है। ‘पुनर्वसु’ शब्द का अर्थ होता है — ‘पुनः सौभाग्यशाली होना’। यह नक्षत्र सौभाग्य, समृद्धि और शुभ फल प्रदान करने वाला है। इसके स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं, जो ज्ञान, धन और सौभाग्य के प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में जब सोमवार (जो स्वयं शिव का प्रिय दिन है) और पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग बनता है, तब यह दिन उन्नति, सफलता और सकारात्मकता प्राप्त करने के लिए अत्यंत फलदायी होता है। आइए जानते हैं, इस शुभ संयोग में कौन-कौन से उपाय करने से जीवन में शुभता बढ़ती है।
1. नए काम की शुरुआत के लिए करें यह उपाय
यदि आप किसी नए व्यवसाय या कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं, तो पुनर्वसु नक्षत्र में अपने ऑफिस या दुकान के मुख्य द्वार के ऊपर छः-छः इंच के बांस के दो टुकड़े लगाएं। ध्यान रखें कि दोनों सिरों से बांस खुले हुए हों। यदि बांस उपलब्ध न हो, तो आप बांसुरी का उपयोग कर सकते हैं और साथ में मोरपंख भी बांधें। यह उपाय आपके नए कार्य में सफलता और तरक्की के द्वार खोलेगा।
2. कला और रचनात्मकता निखारने का उपाय
जो लोग कला, संगीत या किसी रचनात्मक क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, उन्हें इस दिन देवी लक्ष्मी जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए। मूर्ति के पास एक छोटी रंगोली बनाएं और घी का दीपक जलाकर देवी मां की विधि-विधान से पूजा करें। ताजे फूलों की माला स्वयं बनाकर देवी को अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी प्रतिभा में निखार आएगा और समाज में मान-सम्मान और प्रसिद्धि बढ़ेगी।
3. कार्यक्षेत्र में सफलता पाने का उपाय
अगर प्रयासों के बावजूद आपको कार्य में मनचाही सफलता नहीं मिल रही है, तो स्नान के बाद किसी मंदिर में जाकर भगवान को पुष्प अर्पित करें, फिर दोनों हाथ जोड़कर सफलता के लिए प्रार्थना करें। यह उपाय आपके भाग्य के द्वार खोलेगा और आपको अपने करियर या बिजनेस में इच्छित परिणाम मिलने लगेंगे।
4. ऊंचे लक्ष्य हासिल करने के लिए उपाय
जो लोग अपने लक्ष्य या करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना चाहते हैं, उन्हें इस नक्षत्र के दौरान किसी मंदिर में चने की दाल का दान करना चाहिए और बृहस्पति देव के इस मंत्र का 21 बार जप करें, “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः बृहस्पतये नमः।” यह उपाय आपको गुरु की कृपा प्रदान करेगा और सफलता की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करेगा।
5. पारिवारिक संबंध सुधारने का उपाय
अगर आपके घर में धन तो है लेकिन आपसी सामंजस्य की कमी है, तो इस नक्षत्र में दो बांसुरियां लें और उन्हें घर की बीम के दोनों सिरों पर लाल कपड़े से बांध दें, इस तरह कि बांसुरी का मुख मुख्य द्वार की ओर रहे। यह उपाय परिवार में प्यार, मेलजोल और सामंजस्य बढ़ाएगा।
6. सरकारी क्षेत्र में पद प्राप्त करने का उपाय
जो लोग सरकारी नौकरी या उच्च पद की इच्छा रखते हैं, वे पुनर्वसु नक्षत्र के दौरान मंदिर या धार्मिक स्थल की सफाई में योगदान दें। इसके बाद बृहस्पति देव के इस मंत्र का 11 बार जप करें, “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः बृहस्पतये नमः।” यह उपाय आपको अपनी योग्यता के बल पर सरकारी क्षेत्र में सफलता दिलाएगा।
7. घर और कारोबार की लक्ष्मी बनाए रखने का उपाय
अगर आप चाहते हैं कि आपके घर और व्यापार में धन की स्थिरता और समृद्धि बनी रहे, तो देवी लक्ष्मी जी के आगे घी का दीपक जलाएं, शक्कर का भोग लगाएं और देवी के चरणों में पाँच कौड़ियां रखें। अब पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्फटिक की माला से 108 बार यह विशेष मंत्र जप करें, “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्धलक्ष्म्यै नमः।” जप के बाद कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपने पास रखें। यह उपाय धन की स्थिरता और लक्ष्मी की कृपा को स्थायी बना देगा।