Search Here
img

Subscribe

For all thing design,delivered to your inbox

logo
  • होम
  • नेशनल
  • उत्तर प्रदेश
  • राजनीति
  • फिल्म
  • करियर
  • धर्म
  • हेल्थ
  • ऑटो
  • वेब स्टोरीज
Breaking News

वे ‘ढेर’ नहीं बल्कि ‘शहीद’ हुए हैं, दिशा पाटनी के घर हमले के बाद एनकाउंटर पर गैंगस्टर रोहित गोदारा का पोस्ट वायरल   |   अलीगढ़: कमरे में फंदे से लटका मिला युवक का शव, चंडौस थाना इलाके के चावड़ मोहल्ले का मामला ।   |   अश्लील वीडियो वाले बलिया के बीजेपी नेता बब्बन सिंह पर बड़ी कार्रवाई, पार्टी ने किया बर्खास्त।   |   इटावा के जिला अस्पताल कमर्चारियों की गुंडई आई सामने, मरीज के साथ आए तीमारदार को पीटा।   |   विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर राम गोपाल यादव के बयान की सीएम योगी ने किया पलटवार, कहा- सेना की वर्दी को 'जातिवादी चश्मे' से नहीं देखा जाता।   |   संभल के चकबंदी विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा, विभाग ने 55 लोगों को 326 बीघा सरकारी जमीन कर दी थी आवंटित।   |   लखनऊ में पक्का पुल के पास डीसीएम में लगी आग, ड्राइवर ने कूदकर बचाई अपनी जान ।   |   कानपुर पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, जाजमऊ में पकड़ा गया 18 कुंतल गांजा किया नष्ट   |   शाहजहांपुर में तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकराने से सड़क हादसा हुआ, दो लोगों की मौके पर हुई मौत।   |   जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव जनता से कराने की मांग। भाजपा के राज्य सभा सदस्य अमरपाल मौर्य ने की मांग।   |   शाइन सिटी घोटाले बाज राशिद नसीम की संपत्ति होगी नीलाम, देश छोड़कर फरार हो गया है शाइन सिटी घोटाले का मास्टरमाइंड राशिद नसीम   |   दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के लिए रवाना हो गए हैं। उनके इस दौरे में वह पहले फ्रांस और फिर अमेरिका जाएंगे।   |   महाकुंभ 2025: नागवासुकी मंदिर के पास तीर्थयात्रियों का हुजूम भारी जाम की वजह से आवाजाही ठप   |   अयोध्या: सड़क दुर्घटना में एक महिला टीचर की मौत रायबरेली हाईवे पर एक अज्ञात वाहन टक्कर।   |   दिल्ली: चुनाव आयोग के रुझान बीजेपी 45 सीटों पर, AAP 25 सीटों पर आगे   |   सोनभद्र | जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, 8 लोग घायल 3 महिलाएं भी घायलों में शामिल, 32 वर्षीय महिला की हालत गंभीर।   |   नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा 1170 वोटों से 9वें राउंड में आगे चल रहे हैं। आम आदमी पार्टी के प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार पिछड़ रहे हैं।   |   बलिया में डबल मर्डर की वारदात के बाद एक्शन डबल मर्डर के मामले में 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड, बीट के दरोगा, हेड कांस्टेबल,2 कांस्टेबल सस्पेंड   |   सीतापुर -सांसद राकेश राठौर की जमानत याचिका हुई खारिज, रेप मामले में राकेश राठौर की जमानत याचिका खारिज   |   दिल्ली: विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर मतदान जारी, दिल्ली विधानसभा चुनाव में5 बजे तक 70 विधानसभा सीटों पर 57.70% मतदान   |   दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर मतदान जारी 5 बजे तक 70 विधानसभा सीटों पर 57.70% मतदान   |   आगरा -कोल्ड स्टोरेज में करंट से मजदूर की मौत मजदूर की मौत के बाद परिजनों का हंगामा मजदूर की मौत के बाद परिजनों का हंगामा बरहन क्षेत्र के अनार देवी सुगंधी शीतगृह का मामला   |  

Top News नेशनल
Top News उत्तर प्रदेश
Top News राजनीति
Top News फिल्म
Top News करियर
Top News धर्म
Top News हेल्थ
Top News ऑटो
Top News वेब स्टोरीज

  • Instagram Follow
  • Facebook Follow
  • Youtube Follow
  • Twitter Follow

व्रत में खाना है चावल तो जरुर ट्राई करे, सामक चावल, कृष्ण-सुदामा से हुआ प्रचलित

1 months ago
Written By: ANJALI

इन दिनों पूरे देश में नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान व्रत रखने वाले लोग अपने आहार में खासतौर पर राजगिरा, कुट्टू, सिंघाड़े का आटा, साबुदाना और सामक चावल जैसी चीजें शामिल करते हैं। इनमें से सामक चावल को लेकर अक्सर लोगों के बीच भ्रम होता है। कई लोग इसे सामान्य चावल समझ लेते हैं, जबकि वास्तव में इसका धान से कोई संबंध नहीं है।

विज्ञान और धर्म की नजर में सामक
सामक घास परिवार (Poaceae) का सदस्य है, लेकिन विज्ञान के अनुसार यह सिर्फ एक छोटा अनाज है और मुख्य अनाज नहीं माना जाता। वहीं धार्मिक दृष्टि से सामक को व्रत के दौरान खाने योग्य हल्का और सात्विक विकल्प माना जाता है। इसलिए व्रत में इसे ‘अनाज से बाहर’ रखकर खाया जाता है।

व्रत में सामक का इतिहास
सामक चावल का व्रत में इस्तेमाल आज का नहीं, बल्कि हजारों सालों पुराना है। भारत में मिलेट्स (जैसे बाजरा, रागी, सामक) की खेती और खाने की परंपरा 5000 साल से अधिक पुरानी मानी जाती है। हिंदू धर्मग्रंथों में इनको शुद्ध विकल्प माना गया है, जबकि चावल और गेहूं जैसे अनाज व्रत में वर्जित हैं।

कृष्ण-सुदामा से जुड़ी कथा
ऑएक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, महाभारत काल में सुदामा ने कृष्ण को सामक से बने पोहे भेंट किए थे। इस धार्मिक कथा के माध्यम से सामक चावल धीरे-धीरे व्रत का हिस्सा बन गया और नवरात्रि में इसे “व्रत के चावल” के रूप में लोकप्रियता मिली।

सामक चावल क्यों नहीं है असली चावल
वास्तव में सामक चावल चावल नहीं बल्कि बीज है, जो घास परिवार का मिलेट है। व्रत में अनाज (चावल, गेहूं) को भारी और तामसिक माना जाता है, इसलिए इनकी मनाही रहती है। वहीं मिलेट्स को हल्का और सात्विक माना जाता है, इसलिए व्रत में इन्हें खाने की अनुमति होती है।

खेती और पैदावार
सामक की खेती खासकर सूखी और कम उपजाऊ मिट्टियों में की जाती है। यह कम पानी में उगने वाली फसल है और वर्षा आधारित खेती के लिए आदर्श है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसकी फसल 2 से 2.5 महीने में तैयार हो जाती है और बुआई का समय क्षेत्र के अनुसार बदलता है।

प्रोसेस और व्रत के व्यंजन
फसल पकने पर पौधे पीले-भूरे हो जाते हैं, जिन्हें काटकर बीज अलग किए जाते हैं और धूप में सुखाकर पैक किया जाता है। सामक से खिचड़ी, पुलाव, खीर, पोहा, रोटी, पराठा, डोसा, इडली, लड्डू, मफिन और केक जैसे कई व्यंजन बनाए जा सकते हैं। सामक चावल न केवल हल्का और सात्विक है, बल्कि कठिन पर्यावरणीय परिस्थितियों में भी उगने वाली फसल है। यही वजह है कि नवरात्रि में इसे व्रत का मुख्य अनाज माना जाता है।

यह भी देखें -

img
img
Advertise with Us Terms & Conditions Grievance Redressal Policy Contact Us Cookie Policy Privacy Policy Sitemap

Copyright © 2025 UP News Network. All Rights Reserved