पितृ पक्ष में पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए आखिरी दिन कर लें ये काम,
माता लक्ष्मी भी हो जायेंगी खुश
1 months ago Written By: ANJALI
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व माना जाता है। यह अवधि 15 दिनों तक चलती है, जिसमें श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करके पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। मान्यता है कि इस दौरान हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने वंशजों की पीड़ा को दूर करते हैं।
पितृ पक्ष का समापन 21 सितंबर 2025 को सर्व पितृ अमावस्या के दिन होगा। यह दिन पितरों को विदा करने का अंतिम अवसर माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से न केवल पितर प्रसन्न होते हैं बल्कि माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
सर्व पितृ अमावस्या 2025 पर किए जाने वाले उपाय
1. शाम को दीपक जलाएं
इस दिन घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में गाय के घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। दीपक में थोड़े से काले तिल डाल दें। इससे पितरों को शांति मिलती है और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
2. ब्राह्मणों को भोजन कराएं
सर्व पितृ अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को घर बुलाकर भोजन कराना चाहिए। भोजन में पितरों की प्रिय वस्तुएं अवश्य शामिल करें। भोजन उपरांत उन्हें वस्त्र और दक्षिणा का दान दें। यह कर्म पितरों को तृप्त कर उनके आशीर्वाद की प्राप्ति कराता है।
3. पंचबलि कर्म करें
इस दिन पंचबलि का विशेष महत्व है। इसके अंतर्गत गाय, कुत्ते, कौए, देवताओं और चींटियों के लिए भोजन निकालना चाहिए। यह उपाय पितरों को संतुष्ट करने का श्रेष्ठ मार्ग माना जाता है।
4. तुलसी के पास दीपक
शाम के समय तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं। तुलसी को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इस उपाय से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मकता का वास होता है।
5. पीपल की पूजा
सर्व पितृ अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर उसकी परिक्रमा करना अत्यंत लाभकारी होता है। पीपल में देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। यह उपाय पितृ दोष को कम करने में सहायक होता है।
6. दान-पुण्य करें
इस दिन अन्न, वस्त्र और धन का दान करना शुभ फलदायी माना गया है। जरूरतमंदों को दान करने से पितर प्रसन्न होते हैं और घर-परिवार पर उनका आशीर्वाद बना रहता है।