Shardiya Navratri 2025 के सातवें दिन मां कालरात्रि की करें आरती,
बनने लगेंगे बिगड़े काम
1 months ago Written By: ANJALI
Shardiya Navratri 2025 का सातवां दिन देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं और गुप्त शत्रु शांत हो जाते हैं। इस दिन भक्त पूरे श्रद्धा भाव से मां की पूजा करके सुख-समृद्धि और शांति की कामना करते हैं। मां कालरात्रि को दुर्गा जी का उग्र रूप माना जाता है। उनकी पूजा से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और साधक को साहस एवं आत्मबल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन मां की उपासना करने से व्यक्ति भय और रोग से मुक्त होकर सफलता की ओर अग्रसर होता है।
।।मां काली की आरती।। (Maa Kalratri Ki Aarti)
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाए भारती, हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।
तेरे भक्त जनो पार माता भये पड़ी है भारी।
दानव दल पार तोतो माड़ा करके सिंह सांवरी।
सोउ सौ सिंघों से बालशाली, है अष्ट भुजाओ वली,
दुशटन को तू ही ललकारती।
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।
माँ बेटी का है इस जग जग बाड़ा हाय निर्मल नाता।
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता।
सब पे करुणा दर्शन वालि, अमृत बरसाने वाली,
दुखीं के दुक्खदे निवर्तती।
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।
नहि मँगते धन धन दौलत ना चण्डी न सोना।
हम तो मांगे तेरे तेरे मन में एक छोटा सा कोना।
सब की बिगड़ी बान वाली, लाज बचाने वाली,
सतियो के सत को संवरती।
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।।
चरन शरण में खडे तुमहारी ले पूजा की थाली।
वरद हस् स सर प रख दो म सकत हरन वली।
माँ भार दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओ वली,
भक्तो के करेज तू ही सरती।
हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली।
तेरे ही गुन गाए भारती, हे मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।।