नवरात्रि में घर के इन कोनों पर जलायें दीपक,
घर में बनी रहेगी खुशहाली और शांति
1 months ago
Written By: ANJALI
शारदीय नवरात्र का पर्व माता दुर्गा की भक्ति और साधना का प्रतीक है। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है और हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूप की पूजा की जाती है। नवरात्र के दौरान दीपक जलाने का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि दीपक जलाने से जीवन का अंधकार दूर होता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
नवरात्र में कहां जलाएं दीपक?
1. मंदिर या पूजा घर
सबसे पहले दीपक घर के मंदिर या पूजा स्थल पर जलाना चाहिए। यदि संभव हो तो अखंड ज्योति जलाएं। अखंड दीपक घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। अगर अखंड दीपक नहीं जला सकते तो सुबह-शाम घी या तेल का दीपक जरूर जलाएं।
2. मुख्य द्वार
नवरात्र में घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से देवी-देवता घर में प्रवेश करते हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है। आप चाहें तो दरवाजे के दोनों ओर दीपक रख सकते हैं।
3. तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है। नवरात्र के नौ दिनों में शाम के समय तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती।
4. रसोई
घर की रसोई को अन्न का भंडार माना जाता है और यहां मां अन्नपूर्णा का वास बताया गया है। नवरात्र में रसोई में दीपक जलाने से परिवार में कभी अन्न की कमी नहीं होती और सभी सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
5. पीपल का पेड़
पीपल का पेड़ देवी-देवताओं का वास स्थल माना जाता है। नवरात्र के दिनों में पीपल के नीचे दीपक जलाने से विशेष पुण्य मिलता है और पितृदोष भी दूर होता है।
दीपक जलाने के नियम
घी का दीपक देवी-देवता की प्रतिमा के दाईं ओर और तेल का दीपक बाईं ओर रखना चाहिए।
दीपक जलाने के लिए शुद्ध घी या सरसों के तेल का ही प्रयोग करें।
दीपक जलाते समय 'ॐ दुं दुर्गायै नमः' मंत्र का जाप करने से शुभ फल कई गुना बढ़ जाते हैं।