तुलसी विवाह 2025: भक्ति, प्रेम और सौभाग्य का पावन संगम, जानें तिथि,
शुभ मुहूर्त और महत्व
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Tulsi Vivah: हिन्दू धर्म में तुलसी विवाह को अत्यंत पवित्र और शुभ पर्व माना जाता है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। शास्त्रों के अनुसार, माता तुलसी देवी लक्ष्मी का अवतार हैं और भगवान विष्णु उनके शालिग्राम स्वरूप हैं। देवउठनी एकादशी के बाद जब भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं, तब उनका विवाह माता तुलसी से संपन्न किया जाता है। यह विवाह शुभता, सौभाग्य और समृद्धि के नए आरंभ का प्रतीक माना जाता है। इसी दिन से विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मंगल कार्यों का शुभ समय शुरू हो जाता है।
तुलसी विवाह का धार्मिक महत्व तुलसी विवाह को हिंदू परंपरा में अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन तुलसी माता को कन्या रूप में पूजकर भगवान विष्णु (शालिग्राम) से उनका विवाह कराया जाता है। जो व्यक्ति यह विवाह कराता है, वह तुलसी का पिता माना जाता है और उसे कन्यादान का पुण्य प्राप्त होता है। इसे “तुलसी पुत्री विवाह” भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी का कन्यादान करने से मनुष्य को वही फल प्राप्त होता है जो एक सच्चे कन्यादान से होता है।
संतान सुख और सौभाग्य की प्राप्ति का दिन तुलसी विवाह का विशेष महत्व उन लोगों के लिए बताया गया है जो संतान सुख की कामना करते हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा से तुलसी विवाह का आयोजन करता है, उसे संतान की प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, उसके जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है। तुलसी विवाह का आयोजन करने वाले परिवारों में धार्मिक वातावरण और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
तुलसी विवाह 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त हर साल यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष तुलसी विवाह रविवार, 2 नवंबर 2025 को मनाया जाएगा।
मुख्य शुभ मुहूर्त (दोपहर): दोपहर 01:27 बजे से 02:50 बजे तक
सायंकालीन शुभ मुहूर्त: शाम 07:13 बजे से 08:50 बजे तक
इन मुहूर्तों में तुलसी-शालिग्राम विवाह या पूजा करना अत्यंत मंगलकारी माना गया है। इस दिन किए गए पूजन से घर में सौभाग्य, शांति और समृद्धि का वास होता है।