“वास्तु शास्त्र के अनुसार टूटे बर्तन,
मूर्तियां और शीशा लाते हैं नकारात्मक ऊर्जा”
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
वास्तु शास्त्र में घर की सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए साफ-सुथरा और व्यवस्थित वातावरण बेहद जरूरी माना गया है। कई बार अनजाने में हम टूटे हुए बर्तन, मूर्तियां या फर्नीचर घर में रखते हैं, जो धीरे-धीरे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं। इससे पारिवारिक तनाव, आर्थिक नुकसान और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ खास चीजें घर में बिल्कुल नहीं रखनी चाहिए। इन टूटे सामानों से दुर्भाग्य आता है और घर में सुख-शांति कम हो जाती है। आइए जानते हैं कौन-कौन सी चीजें घर में रखना अशुभ माना गया है।
टूटी मूर्तियां
पूजा घर में अगर किसी देवी-देवता की मूर्ति टूट जाए तो उसे घर में रखना अशुभ माना जाता है। खंडित मूर्ति से वास्तु दोष बढ़ता है और घर में शांति कम होती है। टूटे हुए मूर्ति को तुरंत बाहर निकालें या बहते जल में प्रवाहित करें। आप इसे पीपल या वट वृक्ष के नीचे भी रख सकते हैं।
टूटा शीशा
घर का दर्पण, खिड़की का शीशा या कोई भी कांच अगर टूट जाए तो उसे लंबे समय तक घर में न रखें। टूटे शीशे को शुक्र ग्रह से जोड़ा जाता है। यह घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है और आर्थिक स्थिति तथा रिश्तों पर भी असर डाल सकता है।
टूटे बर्तन
किचन में टूटे बर्तन रखने से घर की समृद्धि प्रभावित होती है। इसमें खाना बनाना और खाना दोनों ही अशुभ माना जाता है। टूटे बर्तन दरिद्रता और अन्नपूर्णा की कृपा में कमी का संकेत देते हैं।
टूटा पलंग
टूटे हुए पलंग पर सोना दांपत्य जीवन के लिए हानिकारक है। यह रिश्ते में तनाव और कलह ला सकता है। टूटे फर्नीचर से सकारात्मक ऊर्जा रोकती है और वैवाहिक जीवन में बाधाएं आती हैं।
खराब घड़ी
रुक गई या टूट चुकी घड़ी घर में रखना अशुभ माना जाता है। बंद घड़ी किस्मत रुकने का संकेत देती है। इसे तुरंत ठीक करवाएं या घर से बाहर निकाल दें।