रोटियों से जुड़ी वास्तु और ज्योतिष की खास बातें:
जानें घर में खुशहाली बनाए रखने का तरीका
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
घर के बुजुर्ग अक्सर कुछ ऐसे सुझाव देते हैं जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन इनमें छुपा होता है घर की खुशहाली और समृद्धि का राज। ऐसा ही एक नियम रोटी से जुड़ा है। अक्सर बड़े लोग कहते हैं कि रोटियां गिनकर नहीं बनानी चाहिए, पहली और आखिरी रोटी खुद नहीं खानी चाहिए और तीन रोटियां एक साथ कभी नहीं परोसनी चाहिए। ये बातें सिर्फ रीति-रिवाज नहीं, बल्कि वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में बताए गए नियम हैं, जो घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं।
रोटी गिनने से लगता है दोष
वास्तु शास्त्र के अनुसार रोटी कभी गिनकर नहीं बनानी चाहिए। ऐसा करने से घर में कभी बरकत नहीं रहती और पैसों की कमी बनी रहती है। यह नियम यह दर्शाता है कि खाना बनाना सिर्फ पेट भरने का काम नहीं, बल्कि जीवन में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने का तरीका भी है।
आम गलतियां और उनका प्रभाव
अक्सर महिलाएं आटा गूंथते समय अपनी उंगलियों के निशान छोड़ देती हैं, जो पिंड के आकार में दिखाई देते हैं। वास्तु अनुसार यह गलत माना गया है और इससे घर में दोष लगता है। इसलिए रोटी बनाते समय ध्यान रखें कि आटा गूंथते समय हाथों से साफ और समतल रूप बनाए।
पहली और आखिरी रोटी का महत्व
पहली रोटी पहले के समय में गाय के लिए निकाली जाती थी और आखिरी रोटी कुत्ते को दी जाती थी। आज भी अगर संभव हो तो यह नियम अपनाना चाहिए। वास्तु और ज्योतिष के अनुसार इस नियम को अपनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
रोटी बनाने के बाद की सावधानियां
रोटी बनाने के बाद तवा कभी उल्टा न रखें। इसे चूल्हे से उतारकर सीधे रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार तवा उल्टा रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।
रोटियों को परोसने का तरीका
वास्तु और ज्योतिष के अनुसार थाली में तीन रोटियां एक साथ कभी नहीं रखनी चाहिए। इससे घर का माहौल बिगड़ता है और खाने वाले की सेहत पर भी असर पड़ता है। रोटियों को हमेशा प्लेट में परोसें, हाथ में पकड़कर नहीं।