व्यापार में लगातार नुकसान?
पश्चिम दिशा के ये वास्तु दोष बन सकते हैं बड़ी वजह
1 months ago Written By: Aniket prajapati
आर्थिक मजबूती आज हर व्यक्ति की प्राथमिकता बन चुकी है और व्यापार में सफलता पाने के लिए लोग कई उपाय अपनाते हैं। वास्तु शास्त्र को भी व्यापारिक तरक्की का अहम हिस्सा माना गया है क्योंकि घर या दुकान की दिशा-दोष से मुनाफे पर असर पड़ सकता है। खासकर पश्चिम दिशा का वास्तु में विशेष महत्व है — इसे लाभ और इच्छाओं की पूर्ति से जोड़ा जाता है। यदि पश्चिम दिशा में दोष हो तो सौदे अटके रह सकते हैं या मुनाफा कम रह सकता है। नीचे सरल भाषा में बताया जा रहा है कि पश्चिम दिशा क्यों जरूरी है, कौन-से दोष नुकसान पहुंचाते हैं और किन रंगों व उपायों से व्यापार में स्थिरता आ सकती है।
पश्चिम दिशा क्यों महत्वपूर्ण है? वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा लाभ, अवसर और इच्छा-पूर्ति की दिशा मानी जाती है। कामकाज और व्यापार से जुड़े फैसलों पर यह दिशा असर डालती है। जब पश्चिम दिशा साफ-सुथरी और संतुलित रहती है तो व्यवसाय में वृद्धि के संकेत मिलते हैं; वरना अक्सर सौदे होते-होते अटके रहते हैं या उपयुक्त लाभ नहीं मिलता।
कौन-से दोष बढ़ाते हैं नुकसान? पश्चिम दिशा में टॉयलेट होना सबसे बड़ा दोष माना जाता है क्योंकि इससे ऊर्जा बाधित होती है। इसके अलावा यदि इस दिशा में लाल या हरा रंग का अत्यधिक प्रयोग हो, या स्टील व तांबे जैसे भारी धातुओं का अधिक इस्तेमाल हो, तो भी व्यापार में रुकावटें आ सकती हैं। ऐसे दोषों के कारण मौके होने पर भी लाभ हाथ नहीं आता और गलत निर्णय या घाटा बढ़ सकता है।
किन रंगों से दिशा शुभ होती है? वास्तु के अनुसार सफेद रंग पश्चिम के लिए सबसे शुभ है। साथ में पीला, नीला और काला रंग भी सकारात्मक फल दे सकते हैं यदि संतुलित रूप से प्रयोग किए जाएं। ये रंग मानसिक स्फूर्ति और आर्थिक स्थिरता लाने में मददगार माने जाते हैं।
क्या पश्चिम में रसोई होना दोष है? पश्चिम में किचन होना हमेशा दोष नहीं माना जाता। अगर किचन का स्लैब पीले पत्थर का हो तो वह उस दिशा को सकारात्मक ऊर्जा देता है और व्यापार में वृद्धि का संकेत बनता है। इसलिए रसोई की व्यवस्था और रंग-ढंग का ध्यान रखना लाभकारी रहेगा।
सरल उपाय व्यापार में स्थिरता चाहिए तो पश्चिम दिशा को साफ रखें, अनावश्यक भारी धातु कम रखें, रंगों का संतुलित प्रयोग करें और अगर संभव हो तो किचन स्लैब पीला रखें। इन छोटे-छोटे वास्तु सुधारों से व्यापारिक निर्णयों और मुनाफे में बेहतर बदलाव आ सकता है।