इस मशहूर कॉमेडियन ने न्यूयॉर्क तक लहराया भारत का परचम…
टाइम्स स्क्वेयर पर लगा पोस्टर…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडियन ज़ाकिर खान ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए अपना नाम रिकॉर्ड बुक्स में दर्ज करा लिया है। 37 वर्षीय इंदौर के इस कलाकार ने दुनिया के मशहूर मैडिसन स्क्वेयर गार्डन में पहला हिंदी स्टैंड-अप शो हेडलाइन किया। 6,000 दर्शकों से खचाखच भरे इस आयोजन ने भारतीय कॉमेडी को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई।
मंच पर भावुक पल
अपने शो के बीच में ज़ाकिर खान ने एक बेहद भावुक लम्हा रचा। उन्होंने अपना फोन निकाला और लाइव वीडियो कॉल के जरिए अपने माता-पिता को मंच से जोड़ा। कैमरे को दर्शकों की ओर घुमाते हुए उन्होंने अपने पिता से कहा, “पापा, ये आपसे कुछ कहना चाहते हैं।” दर्शकों ने जोरदार तालियों और हंसी के साथ उनका स्वागत किया। कॉल पर उनके माता-पिता folded hands के साथ भीड़ का अभिवादन करते दिखे।
इंस्टाग्राम पर साझा की खुशी
शो के बाद ज़ाकिर खान ने इंस्टाग्राम पर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने इस दिन को “बड़ा दिन” और अनुभव को “overwhelming” बताया। अपनी टीम और दोस्तों का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने इसे अपने करियर का “विशेष मील का पत्थर” कहा।
मंच पर तन्मय भट्ट भी हुए शामिल
इस ऐतिहासिक शो में ज़ाकिर खान के साथ कॉमेडियन तन्मय भट्ट भी मंच पर नज़र आए। दर्शकों ने ज़ाकिर की वही ख़ासियत देखी, जिसमें ह्यूमर के साथ इंसानियत का मेल होता है। एक ऐसी शैली जिसने उन्हें दुनियाभर में करोड़ों प्रशंसक दिलाए हैं।
न्यूयॉर्क में बना माहौल
इस शो की भव्यता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि ज़ाकिर खान का पोस्टर न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वेयर पर लगाया गया। अमेरिकी मीडिया में उनकी मौजूदगी ने इस शो को और खास बना दिया। शो से पहले वे शेफ विकास खन्ना के साथ एक मज़ेदार कुकिंग सेगमेंट में भी शामिल हुए, जिसने इस आयोजन में सांस्कृतिक मेलजोल का रंग भर दिया।
“ज़िंदगी सपनों से आगे निकल जाती है”
फॉक्स 5 न्यूयॉर्क से बातचीत में ज़ाकिर ने कहा कि इस पल की गंभीरता अब तक उन्हें समझ नहीं आ रही। उन्होंने कहा, “मैडिसन स्क्वेयर गार्डन कभी प्लान का हिस्सा नहीं था। यह हमेशा बड़े फिल्मी सितारों की जगह लगती थी, इंदौर के लड़कों के लिए नहीं। लेकिन कभी-कभी ज़िंदगी सपनों से भी आगे निकल जाती है।”
सफ़र और कामयाबी
ज़ाकिर खान पहली बार 2012 में सुर्खियों में आए जब उन्होंने कॉमेडी सेंट्रल इंडिया का बेस्ट स्टैंड-अप टाइटल जीता। इसके बाद उन्होंने ‘हक़ से सिंगल’, ‘तथास्तु’ और ‘चाचा विधायक हैं हमारे’ जैसे चर्चित स्पेशल्स दिए। हिंदी में रोज़मर्रा की ज़िंदगी को सहज और ज़मीन से जुड़े अंदाज़ में प्रस्तुत करने की उनकी शैली ने भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडी की दिशा ही बदल दी।