"मैं अपनी फेवरिट हूं"... "सिखनी हूं मैं" ,
करीना के बर्थडे पर जानिए उनके आईकॉनिक डॉयलाग
1 months ago Written By: ANJALI
"क्या करूँ, मैं तो बेस्ट हूं।" – कभी खुशी कभी ग़म की पू का यह डायलॉग आज भी उतना ही पॉपुलर है जितना 2001 में था। और सच कहें तो यह लाइन करीना कपूर की शख्सियत पर बिल्कुल फिट बैठती है। करीना ने अपने फिल्मी सफर में हर किरदार को ऐसे निभाया कि वो दिलों में उतर गया। पू की स्टाइलिश अदाओं से लेकर गीत की चुलबुली मासूमियत और माही की दर्द भरी कहानी तक, उन्होंने यह साबित किया कि वह सिर्फ ग्लैमर क्वीन नहीं बल्कि एक शानदार कलाकार भी हैं। आज उनके जन्मदिन पर यह कहना गलत नहीं होगा कि करीना कपूर सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी “बेस्ट” हैं। उनका आत्मविश्वास, उनकी मेहनत और उनका अनोखा अंदाज़ उन्हें बॉलीवुड की असली "क्वीन" बनाता है। तो चलिए आज हम आपको उनके फिल्मों के वो डॉयलाग बतायेंगे जिन्होंने उन्हें काफी पहचान दिलाई
1. "मैं अपनी फेवरिट हूं।" – जब वी मेट (2007)
करीना के करियर का सबसे मशहूर डायलॉग। उन्होंने इसमें गीत ढिल्लों का रोल निभाया था, जो बिंदास और आत्मविश्वासी लड़की है। यह डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर है और सेल्फ-लव का सिंबल बन गया।
2. "सिखनी हूं मैं… बात करने से पहले सोच लेना चाहिए।" – जब वी मेट
गीत का यह डायलॉग उसकी स्ट्रॉन्ग पर्सनैलिटी दिखाता है। इसमें उसके अंदर का गर्व और बोल्डनेस साफ झलकता है। करीना की एक्टिंग ने इसे आइकॉनिक बना दिया।
3. "कौन है ये अनजाना जिसे देख कर मेरा दिल धड़कता है… पू के लिए कोई क्यूट लड़का ढूंढो।" – कभी खुशी कभी ग़म (2001)
इस फिल्म में करीना ने पूजा (पू) का किरदार निभाया था। यह डायलॉग पू की ग्लैमरस और फ्लर्टी नेचर को दिखाता है। यह किरदार युवाओं में फैशन ट्रेंड सेट करने वाला साबित हुआ।
4. "क्या करूँ, मैं तो बेस्ट हूं।" – कभी खुशी कभी ग़म
पू का यह डायलॉग हर लड़की की फेवरेट बन गया। इसे स्टाइलिश अंदाज़ में बोला गया था और आज भी लोग इसे मज़ाकिया या कॉन्फिडेंट अंदाज़ में रिपीट करते हैं।
5. "तुम्हारा नाम तो मैंने कहीं सुना है।" – गोलमाल 3 (2010)
इस फिल्म में करीना का किरदार डब्बू हल्का-फुल्का और मज़ाकिया था। उनका यह डायलॉग कॉमेडी सीन्स में खूब हंसी लेकर आया और फिल्म की एंटरटेनमेंट वैल्यू बढ़ा गया।
6. "बोलूं तो तांडव कर देती हूं।" – चुप चुप के (2006)
करीना ने यहां शायरा का रोल निभाया था। उनकी मासूमियत और गुस्से से भरी यह लाइन दर्शकों को खूब पसंद आई। इस डायलॉग से उनका जिद्दी लेकिन प्यारा अंदाज़ साफ झलकता है।
7. "जिंदगी में दो चीजें कभी underestimate मत करना – मैं और भगवान।" – अजनबी (2001)
यह डायलॉग करीना के स्ट्रॉन्ग और कॉन्फिडेंट किरदार को दिखाता है। अजनबी एक थ्रिलर फिल्म थी और इस लाइन ने उनके किरदार में और दम भर दिया।
8. "फिल्मी सितारों की ज़िंदगी सिर्फ चमक-दमक नहीं होती, इसमें अंधेरे भी बहुत होते हैं।" – हीरोइन (2012)
इस फिल्म में करीना ने एक सुपरस्टार का रोल निभाया। इस डायलॉग ने बॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे की कड़वी सच्चाई को उजागर किया और दर्शकों को गहराई से छू लिया।
9. "लवली सिंह… तुम्हें तो पक्का भगवान ने बॉडीगार्ड बनाने के लिए ही भेजा है।" – बॉडीगार्ड (2011)
सलमान खान के साथ उनकी केमिस्ट्री दर्शकों को खूब पसंद आई। यह डायलॉग उनके हल्के-फुल्के रोमांटिक अंदाज़ को दर्शाता है, जो फिल्म की खासियत बन गया।
10. "इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है।" – बजरंगी भाईजान (2015)
इस फिल्म में उनका किरदार छोटा लेकिन प्रभावी था। यह डायलॉग फिल्म की आत्मा को दर्शाता है और यही वजह है कि यह लाइन दर्शकों के दिलों तक पहुंच गई।