'परदेसी परदेसी' वाली बंजारन के आगे करिश्मा कपूर का ग्लैमर भी पड़ा फीका,
कजरारे नैनों वाली हसीना को अब पहचानना हुआ मुश्किल
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
अगर आप 90 के दशक की फिल्मों के दीवाने हैं, तो ‘राजा हिंदुस्तानी’ का सुपरहिट गाना “परदेसी परदेसी जाना नहीं” आज भी आपकी जुबान पर होगा। इस गाने में जहां करिश्मा कपूर ने सबका दिल जीता, वहीं कुछ सेकंड के लिए नजर आई एक और हसीना ने अपनी सादगी और कजरारी आंखों से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी थी। वह खूबसूरत चेहरा था प्रतिभा सिन्हा का — बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री माला सिन्हा की बेटी। उस दौर में उनकी सादगी, मुस्कान और देसी अंदाज ने उन्हें लाखों दिलों की धड़कन बना दिया था।
फिल्मों में दिखी माला सिन्हा की बेटी प्रतिभा फिल्मी दुनिया से उनका रिश्ता जन्मजात था। 1992 में जब प्रतिभा ने फिल्मों में कदम रखा, तो लोगों को लगा कि वह अपनी मां की तरह एक लंबा और चमकदार करियर बनाएंगी। उन्होंने ‘दिल है बेताब’, ‘पोकिरी राजा’, ‘दीवाना मस्ताना’ और ‘कोई किसी से कम नहीं’ जैसी फिल्मों में काम किया। उनकी एक्टिंग में मासूमियत, आत्मविश्वास और नैचुरल ग्रेस झलकती थी। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था।
फिल्मों से गायब होकर अब जी रही सादगी भरा जीवन साल 2000 के बाद प्रतिभा अचानक इंडस्ट्री से गायब हो गईं। न कोई खबर, न इंटरव्यू, न किसी फिल्म पार्टी में दिखीं। ऐसा लगा जैसे उन्होंने खुद को पूरी तरह ग्लैमर की दुनिया से अलग कर लिया। हाल ही में वे मुंबई में एक साड़ी एग्ज़ीबिशन में नजर आईं, जहां कई लोग उन्हें पहचान ही नहीं पाए। ब्लैक आउटफिट, हल्के ग्रे बाल और चेहरे पर उम्र की लकीरें — लेकिन मुस्कान वही पुरानी थी। उन्होंने खुलासा किया कि अब उनका नाम प्रतिभा लोहानी है, जो उनके पिता चिदंबर प्रसाद लोहानी (नेपाल के जाने-माने अभिनेता) के नाम पर रखा गया है।
कभी जुड़ा था नाम नदीम सैफी से प्रतिभा का नाम कभी मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर नदीम सैफी से भी जोड़ा गया था। कहा गया कि दोनों एक-दूसरे के करीब आए थे, लेकिन माला सिन्हा इस रिश्ते के खिलाफ थीं। नदीम उस वक्त शादीशुदा थे और धर्म भी अलग था, जिससे यह रिश्ता चर्चा में रहा। हालांकि प्रतिभा ने इसे हमेशा अफवाह बताया। वहीं, नदीम ने एक इंटरव्यू में कहा था कि माला सिन्हा ने उनके परिवार को मानसिक रूप से परेशान किया।
अब दूर हैं ग्लैमर से, पर मुस्कान वही है आज प्रतिभा फिल्मों से दूर होकर एक सादा और शांत जीवन जी रही हैं। उन्होंने शोहरत से ज्यादा सुकून को चुना। कभी जो लड़की “परदेसी परदेसी” गाने में सबका दिल जीत गई थी, आज वही अपनी दुनिया में संतोष और मुस्कान के साथ जीवन बिता रही है — यह साबित करते हुए कि असली खूबसूरती सिर्फ चेहरे में नहीं, बल्कि आत्मा की शांति में होती है।