पीएम मोदी ने की हिमाचल की बेटी रेणुका ठाकुर की मां की तारीफ,
कहा– “एक मां इतनी मेहनत करे, ये बड़ी बात है”
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों से निकलकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर आज देश की शान बन चुकी हैं। हाल ही में वर्ल्ड कप जीतने के बाद जब टीम इंडिया की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई, तो पीएम मोदी ने रेणुका की मां सुनीता ठाकुर की मेहनत और संघर्ष की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा, “आपकी माता जी के लिए तो विशेष रूप से प्रणाम करूंगा। उन्होंने कठिन जीवन में आपके लिए इतना संघर्ष किया। एक मां इतनी मेहनत करे और बेटी के लिए करे, यह अपने आप में बड़ी बात है।” यह पल न सिर्फ रेणुका के लिए, बल्कि पूरे हिमाचल के लिए गर्व का क्षण बन गया।
पिता का सपना, मां की मेहनत और बेटी की कामयाबी 2 जनवरी 1996 को हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहडू उपमंडल के पारसा गांव में जन्मी रेणुका का बचपन संघर्षों से भरा रहा। जब वह मात्र तीन साल की थीं, तभी उनके पिता केहर सिंह ठाकुर का निधन हो गया। उनके पिता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थे और क्रिकेट के बड़े प्रशंसक थे। पिता का सपना था कि उनके बच्चे खेल में आगे बढ़ें। पिता के जाने के बाद मां सुनीता ठाकुर ने अकेले ही परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी उठाई और रेणुका के सपनों को पूरा करने के लिए हर संघर्ष किया।
गांव से HPCA तक का सफर रेणुका ने पढ़ाई की शुरुआत गांव के सरकारी स्कूल से की और अपने भाई व गांव के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। उनकी गेंदबाजी देखकर उनके चाचा भूपेंद्र ठाकुर, जो पीटी टीचर थे, ने सुझाव दिया कि रेणुका को हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA) अकादमी धर्मशाला भेजा जाए। मां ने यह कदम उठाया और साल 2009 में रेणुका को HPCA में दाखिला दिलाया, जिसने उनकी जिंदगी की दिशा बदल दी।
शिक्षा और क्रिकेट में साथ आगे बढ़ीं रेणुका ने मिडल और सीनियर सेकेंडरी शिक्षा JAV सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कांगड़ा से पूरी की और फिर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर तथा खालसा कॉलेज, अमृतसर से ग्रेजुएशन किया। इसी दौरान उन्होंने क्रिकेट को अपना करियर बनाने का ठान लिया। HPCA की ट्रेनिंग ने उनके खेल को निखारा और उन्हें एक प्रोफेशनल तेज गेंदबाज बना दिया।
अंतरराष्ट्रीय करियर और वर्ल्ड कप की उपलब्धि रेणुका ने अक्टूबर 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 डेब्यू किया और फरवरी 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू। 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं और देश को सिल्वर मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें ICC ‘इमर्जिंग वुमन क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2022’ का सम्मान भी मिला। हाल ही में हुए वर्ल्ड कप 2025 में उन्होंने 7 में से 5 मैच खेले और 3 विकेट हासिल किए। उनकी गेंदबाजी किफायती रही, जिससे टीम को मजबूती मिली।