GATE 2026 परीक्षा की तारीखें घोषित,
जानिए आखिरी तीन महीनों में कैसे करें तैयारी
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
अगर आप इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं और भारत के शीर्ष पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स या पब्लिक सेक्टर यूनिट्स (PSUs) में नौकरी का सपना देख रहे हैं, तो GATE 2026 परीक्षा आपके लिए बड़ा अवसर है। यह परीक्षा न केवल आपकी टेक्निकल क्षमता को परखती है, बल्कि आपके करियर की दिशा भी तय करती है। IIT गुवाहाटी ने GATE 2026 की परीक्षा तिथियां जारी कर दी हैं। परीक्षा 7, 8, 14 और 15 फरवरी 2026 को देशभर के 235 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। परीक्षा दो शिफ्टों में होगी, सुबह 9:30 से 12:30 बजे तक और दोपहर 2:30 से 5:30 बजे तक। अब जब परीक्षा में सिर्फ तीन महीने का समय बचा है, तो आइए जानते हैं कि इस आखिरी चरण में तैयारी की रणनीति कैसी होनी चाहिए।
सिलेबस और एग्जाम पैटर्न को अच्छी तरह समझें
तैयारी की शुरुआत GATE 2026 के सिलेबस और पेपर पैटर्न को समझने से करें। हर विषय की वेटेज को जानना बेहद जरूरी है। सामान्यत: GATE परीक्षा में टेक्निकल सब्जेक्ट्स से 70%, जनरल एप्टीट्यूड से 15%, और इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स से 15% प्रश्न पूछे जाते हैं। जिन टॉपिक्स की वेटेज ज्यादा है, उन्हें प्राथमिकता दें और पहले पूरा करें। इससे स्कोर बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कमजोर और मजबूत विषयों की पहचान करें
अब समय है अपनी स्थिति को समझने का। पुराने नोट्स या मॉक टेस्ट रिजल्ट देखकर जानें कि कौन-से टॉपिक्स में आप कमजोर हैं। हर दिन कम से कम दो घंटे सिर्फ कमजोर विषयों पर ध्यान दें। वहीं मजबूत टॉपिक्स की एक रिवीजन लिस्ट बनाएं ताकि परीक्षा से पहले उन्हें दोहरा सकें।
कॉन्सेप्ट क्लियर करें, रटने से बचें
GATE एक कॉन्सेप्ट-बेस्ड परीक्षा है। केवल फॉर्मूले रटने से फायदा नहीं होगा। हर टॉपिक की बेसिक थ्योरी को समझें और उसे अलग-अलग प्रश्नों में अप्लाई करने की प्रैक्टिस करें। जब कॉन्सेप्ट साफ होगा, तो किसी भी नए सवाल को हल करना आसान होगा।
मॉक टेस्ट और टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें
अब तैयारी के साथ-साथ प्रैक्टिस का समय है। हर हफ्ते कम से कम दो फुल-लेंथ मॉक टेस्ट दें। इससे परीक्षा जैसी स्थिति का अनुभव मिलेगा और टाइम मैनेजमेंट बेहतर होगा। टेस्ट देने के बाद अपनी गलतियों का एनालिसिस जरूर करें, ताकि अगली बार वही गलती दोहराई न जाए।
आखिरी महीने में रिवीजन पर फोकस करें
परीक्षा से पहले का महीना रिवीजन का समय होता है। इस दौरान नए टॉपिक्स सीखने की बजाय पुराने विषयों को दोहराएं। अपने शॉर्ट नोट्स, फॉर्मूला शीट्स और इंपॉर्टेंट ट्रिक्स को बार-बार देखें। इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा और परीक्षा के दिन दिमाग साफ रहेगा।