SBI में पिछले 10 साल की सबसे बड़ी भर्ती,
2025-26 में क्लर्क और अधिकारी स्तर पर होगी भारी नियुक्ति
8 days ago
Written By: News Desk
State Bank of India: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। यह बैंक देशभर में लाखों लोगों को सेवाएं प्रदान करता है। अब यह बैंक बड़ी संख्या में लोगों की भर्ती करने जा रहा है। SBI की यह भर्ती योजना युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर है। यह कदम बैंक को तकनीकी रूप से और मजबूत बनाएगा। देश में बेरोजगारी कम करने में भी यह मदद करेगा।
वर्ष 2025-26 बड़ी भर्ती करने जा रहा SBI
स्टेट बैंक ने नई नौकरियाँ निकाली हैं। वित्त वर्ष 2025-26 में भर्तियां होंगी। बैंक करीब 18 हजार लोगों को नौकरी देगा। यह बड़ी भर्ती प्रक्रिया होगी। बेरोजगारों के लिए यह अच्छा मौका है। इच्छुक लोग आवेदन कर सकते हैं। बैंक जल्द नोटिफिकेशन जारी करेगा। अलग-अलग पदों पर भर्ती होगी। तैयारी शुरू कर दीजिए। सरकारी नौकरी पाने का अच्छा समय है।आपको बता दें कि इसमें सबसे ज्यादा भर्ती क्लर्क के पदों पर होगी, जिनकी संख्या 13,500 से 14 हजार के बीच बताई जा रही है। इसके साथ ही लगभग 3 हजार पद अधिकारी स्तर के होंगे। यह जानकारी बैंक के चेयरमैन सी. एस. शेट्टी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा की। उन्होंने बताया कि बैंक युवाओं को अवसर देने के लिए तैयार है और यह भर्ती अभियान इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।
पिछले 10 सालों की सबसे बड़ी भर्ती
SBI में पिछले 10 सालों में यह सबसे बड़ी भर्ती है। बैंक तकनीक में भी आगे बढ़ना चाहता है। इसलिए सिस्टम अधिकारी भी भर्ती किए जाएंगे। इस बार 1600 सिस्टम अधिकारी भर्ती किए जाएंगे। सिस्टम अधिकारियों की यह सबसे बड़ी भर्ती होगी।
तकनीकी स्टाफ की मांग बढ़ी
बैंक तकनीकी बदलाव पर ज़ोर दे रहा है। इसलिए ज्यादा तकनीकी स्टाफ की ज़रूरत है। शेट्टी ने कहा हम तकनीक में पैसा खर्च करने से नहीं डरेंगे। हालांकि उन्होंने निवेश की राशि नहीं बताई। उन्होंने यह साफ किया कि बजट की कमी आड़े नहीं आएगी।
बैंक का एनपीए स्तर बेहतर
वित्त वर्ष 2024 और 2025 अच्छे रहे। स्टेट बैंक ने खूब कमाई की। बैंक का कामकाज बेहतर रहा। ऑपरेटिंग प्रॉफिट बहुत ज्यादा बढ़ा। यह प्रॉफिट 1 लाख करोड़ से ज्यादा हुआ। बैंक की हालत मजबूत हो गई है। कमाई के नए रिकॉर्ड बने हैं। ग्राहकों का भरोसा भी बढ़ा है। ये आंकड़ा पिछली बार के मुकाबले 17.89% की छलांग है जो बैंक के बढ़ते प्रभाव की साफ तस्वीर दिखाता है। बैंक में जनता का भरोसा भी मज़बूती से दिखा। यही वजह रही कि जमा राशि 53 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई। यह अपने आप में बैंक की पकड़ और लोकप्रियता को दर्शाता है। जहां तक जोखिम का सवाल है बैंक ने एनपीए को भी नियंत्रण में रखा। कुल एनपीए घटकर मात्र 0.47% रह गया जबकि नॉन-परफॉर्मिंग एसेट अनुपात 1.82% रहा। इस साल बैंक की तस्वीर एक मजबूत नींव पर खड़ी इमारत की तरह थी जो हर दिशा में संतुलन के साथ आगे बढ़ रही है।