बिहार की बेटी प्रिया रानी ने पहली कोशिश में पास की UPSC परीक्षा,
गांव की सोच बदली और IAS बनकर किया परिवार का नाम रोशन
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
हर साल देशभर में लाखों युवा UPSC परीक्षा पास कर IAS बनने का सपना देखते हैं, लेकिन यह परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। कई बार सालों की मेहनत के बाद भी सफलता हाथ नहीं लगती। ऐसे में बिहार की प्रिया रानी ने अपनी लगन, अनुशासन और आत्मविश्वास के दम पर पहली ही कोशिश में UPSC परीक्षा पास कर IAS बनने का गौरव हासिल किया।
छोटे से गांव से शुरू हुई बड़ी कहानी प्रिया रानी बिहार के पटना जिले के फुलवारी शरीफ के कुरकुरी गांव की रहने वाली हैं। उनका बचपन एक साधारण परिवार में बीता, जहां लड़कियों की पढ़ाई को लेकर अब भी पारंपरिक सोच हावी थी। कई लोग मानते थे कि लड़कियों को ज्यादा पढ़ाई की जरूरत नहीं होती, लेकिन प्रिया के दादाजी ने इन रूढ़ियों को तोड़ते हुए उनके शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी खुद उठाई। उन्होंने प्रिया को बेहतर पढ़ाई के लिए पटना भेजा, जहां वह एक छोटे किराए के कमरे में रहकर अपने सपनों की नींव रख रही थीं।
कॉर्पोरेट जॉब छोड़ देश सेवा की राह चुनी प्रिया हमेशा से एक होनहार छात्रा रही हैं। उन्होंने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS), रांची से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया। पढ़ाई के बाद उन्हें बेंगलुरु की एक नामी कंपनी में अच्छी सैलरी पर नौकरी मिल गई। मगर उनके दिल में देश की सेवा करने का सपना पल रहा था। इसी सोच के चलते उन्होंने अपनी सुरक्षित नौकरी छोड़ने का बड़ा फैसला लिया और यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। हालांकि, परिवार और आसपास के लोग इस फैसले से हैरान थे, लेकिन प्रिया ने सभी का विरोध झेलते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस बनाए रखा।
अनुशासन बना सफलता का मंत्र प्रिया का कहना है कि अनुशासन ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है। वह हर दिन सुबह 4 बजे उठकर पढ़ाई शुरू करती थीं और दिनभर अपनी तैयारी में पूरी निष्ठा से लगी रहती थीं। उन्होंने NCERT की किताबों, अखबारों और सरकारी रिपोर्टों को अपने अध्ययन का मुख्य हिस्सा बनाया। उनका वैकल्पिक विषय इकोनॉमिक्स (Economics) था, जिस पर उन्होंने विशेष ध्यान दिया। प्रिया मानती हैं कि शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है और मेहनत का कोई विकल्प नहीं। उन्होंने हर दिन छोटे लक्ष्य तय किए और उन्हें पूरा करते हुए अपने सपने की ओर कदम बढ़ाए।
पहली कोशिश में बनीं IAS अधिकारी कड़ी मेहनत और मजबूत संकल्प का परिणाम यह रहा कि प्रिया रानी ने पहली ही कोशिश में UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2023 में ऑल इंडिया रैंक 69 हासिल की। उन्हें IAS कैडर मिला जो हर उम्मीदवार का सपना होता है। उनकी इस सफलता ने न सिर्फ उनके परिवार को गर्व से भर दिया, बल्कि पूरे गांव और बिहार के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गईं। आज प्रिया की कहानी यह साबित करती है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो हालात चाहे जैसे भी हों, मंज़िल जरूर मिलती है।