भुट्टो का भड़काऊ बयान: ‘या तो पानी बहेगा या खून’,
सिंधु जल संधि रद्द करने से तिलमिलाया पाकिस्तान
4 days ago
Written By: NEWS DESK
Indus Water Treaty Suspension: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल समझौता रद्द करने से पाकिस्तान तिलमिला गया है। भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने भारत के खिलाफ एक भड़काऊ बयान देते हुए सिंधु में भारत का खून बहाने की धमकी दी है। शुक्रवार को एक जनसभा में भुट्टो ने कहा, “सिंधु दरिया में या तो हमारा पानी बहेगा, या उनका खून।”
भुट्टो ने कहा- सिंधु हमारा है और रहेगा
बिलावल भुट्टो ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को एकतरफा तरीके से रोकने के फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं हो सकता कि आप एक झटके में सिंधु जल समझौते को तोड़ दें। हम इसे नहीं मानते और हमारी अवाम भी इसे नहीं मानेगी। हजारों साल से हम इस नदी के वारिस हैं।” उन्होंने कहा कि भारत की आबादी अधिक होने का मतलब यह नहीं कि वह पानी पर एकतरफा अधिकार जमा ले। उन्होंने पाकिस्तान की जनता को बहादुर बताते हुए कहा कि वे हर मोर्चे पर भारत को जवाब देंगे। “हमारी फौज सरहद पर तैयार है, हर हमले का करारा जवाब मिलेगा,”।
‘हर पाकिस्तानी सिंधु का पैगाम लेकर दुनिया को बताएगा’
बिलावल ने कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रोकना पाकिस्तान पर हमला करने जैसा है। उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को आश्वस्त किया कि भले ही वे अलग पार्टी से हैं, लेकिन इस मुद्दे पर पूरे देश की एक राय है। उन्होंने कहा, “PPP और सिंध की जनता ने पहले भी नदी पर डैम और नहर बनाने के मंसूबों को नाकाम किया है, और आगे भी ऐसा ही करेंगे।”
भारत की प्रतिक्रिया: ‘एक बूंद पानी नहीं देंगे’
वहीं भारत सरकार ने भी इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया है। 23 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने का निर्णय लिया। इसके बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने शुक्रवार को बैठक कर तीन चरणों में रणनीति तैयार करने की बात कही। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं मिलेगा।” इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और जलशक्ति मंत्री शामिल हुए। इस फैसले को लेकर भारत के जलशक्ति सचिव ने पाकिस्तान के जल संसाधन सचिव को पत्र भेजकर बताया कि यह संधि अच्छे संबंधों के आधार पर बनी थी, लेकिन अब वह परिस्थितियां नहीं रहीं।
पाकिस्तान की चेतावनी: ‘एक्ट ऑफ वॉर’
भारत के इस कदम को पाकिस्तान ने ‘जंग के बराबर’ करार दिया है। पाकिस्तानी सरकार ने कहा है कि अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है, तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी युद्ध की तरह माना जाएगा। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। 10 से अधिक लोग घायल हुए। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने की शुरुआत की है।