चमोली में बड़ा हादसा…लैंड स्लाइड से मचा हाहाकार...
दो सौ मजदूरों में मची चींख-पुकार…
1 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तराखंड के चमोली जिले में शनिवार को एक बड़ा हादसा टल गया जब जोशीमठ के पास हेलंग में निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (Vishnugad-Pipalkoti Hydropower Project) की साइट पर अचानक एक पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर पड़ा। इस हादसे के वक्त वहां करीब 200 से अधिक मज़दूर काम कर रहे थे, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
डाइवर्जन साइट पर हुआ हादसा, भागते नजर आए मजदूर
यह हादसा टीएचडीसी (THDC) की परियोजना साइट के डाइवर्जन एरिया में हुआ, जहां एचसीसी (HCC) नाम की सहायक कंपनी निर्माण कार्य में लगी हुई है। आज सुबह लगभग 11 बजे के आसपास अचानक पहाड़ से भारी पत्थर और मलबा नीचे गिरने लगा। जैसे ही मज़दूरों ने ऊपर से चट्टानें गिरती देखीं, सभी ने अपनी जान बचाने के लिए दौड़ लगा दी। घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिनमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह पहाड़ी दरक रही है और मजदूर चीखते-भागते नजर आ रहे हैं। हालांकि, कुछ लोगों को मामूली चोटें जरूर आई हैं लेकिन राहत की बात यह है कि किसी की जान जाने की पुष्टि नहीं हुई है।
रेस्क्यू और राहत कार्य शुरू, प्रशासन सतर्क
हादसे की खबर मिलते ही एसडीआरएफ (SDRF) और तहसील प्रशासन की टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गईं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि सभी जरूरी संसाधनों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है, और हालात पर नजर रखी जा रही है।
बारिश बनी खतरे की वजह, पहाड़ हो रहे हैं कमजोर
जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश की वजह से पहाड़ी इलाकों की चट्टानें कमजोर हो गई हैं, जिससे भूस्खलन जैसी घटनाएं हो रही हैं। प्रशासन ने लोगों को खासतौर पर बरसात के मौसम में पहाड़ों की ओर न जाने की सख्त सलाह दी है। जोशीमठ में पहले से ही भू-धंसाव और पर्यावरणीय संवेदनशीलता को लेकर चिंता बनी हुई है। ऐसे में यह हादसा एक बार फिर निर्माण कार्यों और प्राकृतिक असंतुलन के बीच के तनाव को उजागर करता है। गनीमत रही कि यह घटना कई जिंदगियां लीलने से पहले थम गई।