केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाया एक्साइज ड्यूटी,
जानिए इसका जनता पर क्या होगा असर
22 days ago
Written By: News Desk
7 अप्रैल सोमवार को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला किया है। राजस्व विभाग की अधिसूचना के मुताबिक, केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 2-2 रुपए का उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। जिसके बाद अब पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें 8 अप्रैल से लागू होंगी। आधिकारिक आदेश के अनुसार पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया है। बता दें कि एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला टैक्स है, जो ईंधन की कीमत का एक बड़ा हिस्सा बनाता है।
क्या खुदरा कीमतों में भी होगा इजाफा?
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने जानकारी दी कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने सूचित किया है कि आज उत्पाद शुल्क दरों में की गई वृद्धि के बाद भी पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा,"आपने वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना देखी होगी, जिसमें कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये की बढ़ोतरी की जा रही है। मैं रिकॉर्ड पर पहले ही स्पष्ट कर दूं कि इसका बोझ उपभोक्ता पर नहीं डाला जाएगा। कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत घटकर लगभग 60 डॉलर प्रति बैरल हो गई है, लेकिन कृपया याद रखें कि हमारी तेल विपणन कंपनियां 45 दिनों की अवधि के लिए स्टॉक रखती हैं।
अगर आप जनवरी में वापस जाएं, तो उस समय कच्चे तेल की कीमत 83 डॉलर थी, जो बाद में घटकर 75 डॉलर हो गई। इसलिए उनके पास जो कच्चे तेल का स्टॉक है, वह औसतन 75 डॉलर प्रति बैरल है। उन्होंने आगे कहा,"आप उम्मीद कर सकते हैं कि तेल विपणन कंपनियां वैश्विक कीमत के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी करेंगी। एक विनियमन मुक्त क्षेत्र में, आप उनसे बाजार खुदरा मूल्य को तदनुसार समायोजित करने की उम्मीद कर सकते हैं।"