Search Here
img

Subscribe

For all thing design,delivered to your inbox

logo
  • होम
  • नेशनल
  • उत्तर प्रदेश
  • राजनीति
  • फिल्म
  • करियर
  • धर्म
  • हेल्थ
  • ऑटो
  • वेब स्टोरीज
Breaking News

हरदोई: महिला की गोली मारकर सनसनीखेज हत्या, युवक ने दौड़ा-दौड़ाकर महिला को मारी गोली, मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के इसरापुर की वारदात   |   देहरादून: सचिवालय में धामी मंत्रिमंडल की बैठक आज पंचायत चुनाव को लेकर साफ हो सकती है स्थिति, कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा OBC आरक्षण प्रस्ताव   |   आगरा: फर्जी नाम से संपत्पति बेचने के मामले में निबंधक कार्यालय प्रभारी समेत 7 के खिलाफ FIR कोर्ट के आदेश पर थाना शाहगंज में दर्ज हुआ मुकदमा   |   अमेठी: दलित युवक की हत्या से मचा हड़कंप, युवक की गला रेतकर की गई हत्या, संग्रामपुर थाना क्षेत्र के पुन्नपुर की वारदात।   |   अलीगढ़: कमरे में फंदे से लटका मिला युवक का शव, चंडौस थाना इलाके के चावड़ मोहल्ले का मामला ।   |   अश्लील वीडियो वाले बलिया के बीजेपी नेता बब्बन सिंह पर बड़ी कार्रवाई, पार्टी ने किया बर्खास्त।   |   इटावा के जिला अस्पताल कमर्चारियों की गुंडई आई सामने, मरीज के साथ आए तीमारदार को पीटा।   |   विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर राम गोपाल यादव के बयान की सीएम योगी ने किया पलटवार, कहा- सेना की वर्दी को 'जातिवादी चश्मे' से नहीं देखा जाता।   |   संभल के चकबंदी विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा, विभाग ने 55 लोगों को 326 बीघा सरकारी जमीन कर दी थी आवंटित।   |   लखनऊ में पक्का पुल के पास डीसीएम में लगी आग, ड्राइवर ने कूदकर बचाई अपनी जान ।   |   कानपुर पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, जाजमऊ में पकड़ा गया 18 कुंतल गांजा किया नष्ट   |   शाहजहांपुर में तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकराने से सड़क हादसा हुआ, दो लोगों की मौके पर हुई मौत।   |   जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव जनता से कराने की मांग। भाजपा के राज्य सभा सदस्य अमरपाल मौर्य ने की मांग।   |   शाइन सिटी घोटाले बाज राशिद नसीम की संपत्ति होगी नीलाम, देश छोड़कर फरार हो गया है शाइन सिटी घोटाले का मास्टरमाइंड राशिद नसीम   |   दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के लिए रवाना हो गए हैं। उनके इस दौरे में वह पहले फ्रांस और फिर अमेरिका जाएंगे।   |   महाकुंभ 2025: नागवासुकी मंदिर के पास तीर्थयात्रियों का हुजूम भारी जाम की वजह से आवाजाही ठप   |   अयोध्या: सड़क दुर्घटना में एक महिला टीचर की मौत रायबरेली हाईवे पर एक अज्ञात वाहन टक्कर।   |   दिल्ली: चुनाव आयोग के रुझान बीजेपी 45 सीटों पर, AAP 25 सीटों पर आगे   |   सोनभद्र | जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, 8 लोग घायल 3 महिलाएं भी घायलों में शामिल, 32 वर्षीय महिला की हालत गंभीर।   |   नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा 1170 वोटों से 9वें राउंड में आगे चल रहे हैं। आम आदमी पार्टी के प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार पिछड़ रहे हैं।   |   बलिया में डबल मर्डर की वारदात के बाद एक्शन डबल मर्डर के मामले में 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड, बीट के दरोगा, हेड कांस्टेबल,2 कांस्टेबल सस्पेंड   |   सीतापुर -सांसद राकेश राठौर की जमानत याचिका हुई खारिज, रेप मामले में राकेश राठौर की जमानत याचिका खारिज   |   दिल्ली: विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर मतदान जारी, दिल्ली विधानसभा चुनाव में5 बजे तक 70 विधानसभा सीटों पर 57.70% मतदान   |   दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर मतदान जारी 5 बजे तक 70 विधानसभा सीटों पर 57.70% मतदान   |   आगरा -कोल्ड स्टोरेज में करंट से मजदूर की मौत मजदूर की मौत के बाद परिजनों का हंगामा मजदूर की मौत के बाद परिजनों का हंगामा बरहन क्षेत्र के अनार देवी सुगंधी शीतगृह का मामला   |  

Top News नेशनल
Top News उत्तर प्रदेश
Top News राजनीति
Top News फिल्म
Top News करियर
Top News धर्म
Top News हेल्थ
Top News ऑटो
Top News वेब स्टोरीज

  • Instagram Follow
  • Facebook Follow
  • Youtube Follow
  • Twitter Follow

भारत में हर छः माह में आत्महत्या कर रहा एक पादरी, पांच साल में तेरह मौतों क क्या है वजह !

2 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा

देशभर में फैले हजारों चर्च और उनमें सेवा दे रहे पादरियों की भूमिका समाज के लिए हमेशा से ही प्रेरणास्रोत रही है। धार्मिक अनुष्ठानों का संचालन हो या सामाजिक सेवा पादरी हर मोर्चे पर सक्रिय रहते हैं। मगर पिछले कुछ वर्षों से भारत में पादरियों को लेकर एक चिंताजनक सिलसिला देखने को मिल रहा है: आत्महत्या। अब तक 13 से अधिक पादरियों द्वारा खुदकुशी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं और ये आंकड़े हर छह महीने में एक जान जाने की कहानी कह रहे हैं।

आदर्श की छाया में घुटता जीवन
हर साल 4 अगस्त को चर्च 'पल्ली पुरोहितों के संरक्षक संत' जॉन वियान्ने की जयंती मनाता है। ये वही संत हैं जिन्हें फ्रांसीसी "क्यूरे डी'आर्स" के नाम से जाना जाता है और जिनकी तपस्वी जीवनशैली को आज भी चर्च में आदर्श माना जाता है। कम नींद, सीमित भोजन और सैकड़ों घंटे की प्रार्थना के प्रतीक ये संत आज भी पादरियों के कमरे और दीवारों पर श्रद्धा से टंगे रहते हैं।

लेकिन यही आदर्श आज कई पादरियों के लिए बोझ बन गया है। आत्म-त्याग, मौन पीड़ा और व्यक्तिगत इच्छाओं के दमन की मांग करने वाली ये तपस्या अब पादरियों की मानसिक सेहत पर भारी पड़ रही है।

आत्महत्याओं के पीछे मानसिक पीड़ा
बीते पांच वर्षों में आत्महत्या करने वाले पादरियों की उम्र 30 से 50 वर्ष के बीच रही है। इन पादरियों ने अपने अंतिम दिनों में चर्च प्रशासन से जुड़े दबाव, अकेलेपन और मानसिक संघर्षों की ओर इशारा किया था। लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि चर्च व्यवस्था अक्सर पीड़ा को एक 'आध्यात्मिक तपस्या' मानकर नज़रअंदाज़ करती रही है। पादरियों को आज भी एक आदर्श इंसान की तरह जीने की उम्मीद की जाती है, बिना थके, बिना टूटे, हर समय उपलब्ध और संतुलित। मगर जब वे थकते हैं, तो मदद के बजाय उन्हें और अधिक प्रार्थना करने और और ज्यादा उपवास रखने की सलाह दी जाती है।

संसाधनों की कमी और बढ़ता अकेलापन
चर्च में सेवा दे रहे अधिकांश पादरी सीमित संसाधनों और अकेलेपन में जीवन बिताते हैं। डिजिटल निगरानी के इस दौर में उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है, जिससे वे और भी अधिक मानसिक दबाव में आ जाते हैं। चर्चों में मानसिक स्वास्थ्य सहायता या तो सीमित है या न के बराबर। ऐसे में जब वे किसी मानसिक संकट से गुजरते हैं, तो उनके पास सहायता मांगने का कोई सुरक्षित और भरोसेमंद जरिया नहीं होता। बिशप या उच्च अधिकारी अक्सर ऐसा माहौल बना देते हैं जहां अपनी कमजोरी जाहिर करना एक अपराध समझा जाता है। नतीजा एक शांत, जिम्मेदार और 'आदर्श' दिखने वाले पादरी की आत्महत्या की खबर हर छह महीने में सबको झकझोर जाती है।

अब सवाल उठाना ज़रूरी
पादरियों की आत्महत्या की इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि अब मौन नहीं, संवाद की ज़रूरत है। तपस्या और सेवा के नाम पर अगर कोई व्यवस्था लगातार लोगों को मानसिक पीड़ा दे रही है, तो उसका पुनर्मूल्यांकन आवश्यक है। आस्था की सेवा करने वाले ये पादरी क्या वाकई खुद की सेवा पा रहे हैं? या फिर संत बनने की दौड़ में वे अपने ही जीवन को धीरे-धीरे खत्म कर रहे हैं? समाज और चर्च दोनों को इस सवाल का जवाब ढूंढ़ना होगा, इससे पहले कि अगली खबर किसी और पादरी के आत्महत्या की हो।

img
img
Advertise with Us Terms & Conditions Grievance Redressal Policy Contact Us Cookie Policy Privacy Policy Sitemap

Copyright © 2025 UP News Network. All Rights Reserved