जानिए कल कैसा रहने वाला है आपके शहर के मौसम का हाल,
राजस्थान से ओडिशा तक अलर्ट
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
जुलाई की दोपहरें जहां एक ओर उमस से बेहाल कर रही हैं, वहीं बादलों की हलचल देश के कोने-कोने में बारिश की दस्तक देती दिखाई दे रही है। मौसम विभाग ने चेताया है कि आने वाले तीन से चार दिन देश के कई राज्यों के लिए चुनौतीभरे हो सकते हैं। राजस्थान, ओडिशा, दिल्ली और अन्य राज्यों में भारी से अति भारी वर्षा का दौर शुरू हो चुका है और ये सिलसिला कुछ दिन और थमने वाला नहीं है। आइए जानते हैं कल यानी 26 जुलाई को आपके शहर का मौसम कैसा रहने वाला है…
राजस्थान में भारी बारिश के आसार
राजस्थान में मौसम का मिज़ाज एक बार फिर करवट ले चुका है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब अवदाब में बदल चुका है, जिसका सीधा असर दक्षिण-पूर्वी और पूर्वी राजस्थान पर दिखने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार 26 जुलाई से इन क्षेत्रों में भारी बारिश की गतिविधियां तेज होंगी। 27 जुलाई को दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में अत्यंत भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इसके बाद 28 जुलाई से 31 जुलाई तक पूर्वी राजस्थान में लगातार भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के कुछ भाग भी इस बार पानी से अछूते नहीं रहेंगे और वहां मध्यम से भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
ओडिशा में मानसून का कहर
बंगाल की खाड़ी में बने मौसमी सिस्टम का प्रभाव ओडिशा में साफ नजर आने लगा है। राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर शुरू हो चुका है, जो अब तेज़ी पकड़ने वाला है। 26 जुलाई से लेकर 28 जुलाई तक ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। कुछ स्थानों पर यह वर्षा 21 सेंटीमीटर से भी अधिक दर्ज हो सकती है, जो बाढ़ और जलभराव जैसी स्थिति पैदा कर सकती है। मौसम विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस दौरान निचले इलाकों में रहने वालों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी।
दिल्ली में उमस भारी, बादलों की हलचल जारी
वहीं राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को बादलों की चादर तो छाई रही लेकिन बारिश का इंतजार फिलहाल जारी है। हालांकि मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में गरज के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान में मामूली गिरावट तो आ सकती है, लेकिन उमस से राहत मिलती फिलहाल नजर नहीं आ रही है। बादलों का जमावड़ा बना हुआ है और हवा में नमी बढ़ने से वातावरण और भारी महसूस हो रहा है।
पूर्व और मध्य भारत में भीगेंगे खेत-खलिहान
वहीं गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और विदर्भ के किसानों के लिए यह बारिश वरदान भी साबित हो सकती है। अगले 24 घंटों में इन राज्यों में अच्छी खासी बारिश होने का अनुमान है। खेतों को नमी मिलेगी, लेकिन बारिश अगर तय सीमा से ज्यादा हुई तो नुकसान भी मुमकिन है। यही हाल तेलंगाना, कोंकण, गोवा, केरल, तटीय कर्नाटक और दक्षिण गुजरात का भी रहने वाला है, जहां भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को भूस्खलन और जलभराव से सतर्क रहना होगा।
उत्तर भारत और पहाड़ों में भी सक्रिय रहेगा मानसून
वहीं बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, सौराष्ट्र, कच्छ, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बारिश हल्की ही सही लेकिन वातावरण को तरोताजा करने वाली रहेगी। उधर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ भूस्खलन का खतरा बना रहेगा। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।
द्वीपों पर भी बरसेगा पानी
वहीं लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। समुद्र में ऊंची लहरों और तेज हवाओं की आशंका को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
फिलहाल राहत नहीं, बारिश से बढ़ेंगी मुश्किलें
देश के लगभग हर कोने में मानसून सक्रिय हो चुका है और मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिन आराम के नहीं होंगे। कहीं जलभराव की चिंता है तो कहीं फसलों को नुकसान का डर। बारिश से सुकून भले मिले, लेकिन सावधानी अब ज़रूरी है। मौसम की हर चाल पर नजर रखना अब प्रशासन और आम जनता दोनों की जिम्मेदारी है।