एक अगस्त से बदल जाएंगे कई बड़े नियम,
UPI, ऑटो पेमेंट, SBI कार्ड और LPG दाम से जुड़ी ये बातें जानना बेहद ज़रूरी
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
अगस्त महीने की शुरुआत गुरुवार से हो रही है, और साथ ही कई अहम नियमों में बदलाव लागू हो रहे हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों की जेब और रोजमर्रा के जीवन पर पड़ेगा। UPI लेन-देन से लेकर बैंकिंग, LPG कीमतों और क्रेडिट कार्ड नियमों तक, बदलावों की एक लंबी सूची है। आइए जानते हैं उन बड़े बदलावों के बारे में जो 1 अगस्त से लागू होंगे।
1. UPI बैलेंस चेक लिमिट में कटौती
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI यूजर्स के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। 1 अगस्त से, कोई भी यूजर एक दिन में अधिकतम 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेगा। यदि यूजर के पास एक से अधिक UPI ऐप हैं (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm आदि), तो हर ऐप पर यही सीमा लागू होगी।
2. ऑटो पेमेंट के समय में बदलाव
ऑटो पे सुविधा का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए भी अब नियम बदल गए हैं। अब से केवल तीन निश्चित समय स्लॉट्स में ही ऑटो पेमेंट्स प्रोसेस होंगे। जो निम्नलिखित हैं-
- सुबह 10:00 बजे से पहले
- दोपहर 1:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच
- रात 9:30 बजे के बाद
इतना ही नहीं, कोई भी यूजर 90 सेकंड के अंतराल पर केवल 3 बार ही ट्रांजेक्शन स्टेटस चेक कर सकेगा।
3. अब दिखेगा लाभार्थी (Beneficiary) का पूरा नाम
UPI से पैसे भेजने पर अब आपके सामने उस व्यक्ति का पूरा नाम दिखाई देगा, जिसके खाते में पैसा जा रहा है इससे फर्जी ट्रांजेक्शन और गलत खाते में पैसा जाने की संभावना कम होगी।
4. SBI क्रेडिट कार्ड पर बीमा कवर बंद
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कुछ सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स पर मिलने वाले 1 करोड़ रुपये के हवाई दुर्घटना बीमा कवर को बंद करने का फैसला किया है।
यह बदलाव निम्नलिखित कार्ड्स पर लागू होगा:
- यूको बैंक एसबीआई कार्ड एलीट
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एसबीआई कार्ड एलीट
- पीएसबी एसबीआई कार्ड एलीट
- केवीबी एसबीआई कार्ड एलीट
- केवीबी एसबीआई सिग्नेचर कार्ड
- इलाहाबाद बैंक एसबीआई कार्ड एलीट
5. LPG की कीमतों में बदलाव संभव
हर महीने की तरह इस बार भी 1 अगस्त को एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों की समीक्षा की जाएगी। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि कीमतों में बढ़ोतरी या कटौती दोनों की संभावना बनी हुई है।
6. आरबीआई की MPC बैठक और EMI पर असर
4 से 6 अगस्त के बीच RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक होनी तय है। इस बैठक में रेपो दर में बदलाव पर निर्णय लिया जा सकता है। अगर रेपो रेट बढ़ती है, तो लोन और EMI की लागत बढ़ सकती है, जबकि कटौती से राहत मिल सकती है।