भारत-अमेरिका के बिगाड़ते रिश्तों में नवारो का विवादित रोल,
जॉन बोल्टन ने किया बड़ा दावा
7 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने ट्रंप प्रशासन के दौरान भारत-अमेरिका रिश्तों में दरार डालने की कोशिशों का बड़ा खुलासा किया है। एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में बोल्टन ने बताया कि ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो (Peter Navarro) ने एक बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक के दौरान विवाद खड़ा करने की कोशिश की थी।
नवारो की बयानबाजी पर उठे सवाल
पीटर नवारो लंबे समय से भारत के खिलाफ तीखी बयानबाजी करते रहे हैं। वह भारत की रूसी तेल खरीद को “ब्लड मनी” कह चुके हैं और भारत को “टैरिफ महाराजा” तक करार दे चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने धमकी दी थी कि अगर भारत व्यापार वार्ता में सहयोग नहीं करेगा तो उसके लिए परिणाम अच्छे नहीं होंगे। सोशल मीडिया पर भी नवारो को लगातार आलोचना झेलनी पड़ी है।
बोल्टन का व्यंग्य: “नवारो खुद से भी बहस कर लेंगे”
बोल्टन ने इंटरव्यू में नवारो के रवैये पर तंज कसते हुए कहा, “अगर आप पीटर को एक कमरे में अकेला छोड़ दें और एक घंटे बाद वापस आएं, तो वह खुद से ही बहस में पड़ जाएंगे।” उनका कहना था कि नवारो ने एक अहम बैठक में रणनीतिक मुद्दों की जगह भारतीय व्यापार नीतियों पर ही विवाद खड़ा करने की कोशिश की, जबकि वहां चीन और वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा होनी थी।
भारत के लिए सलाह
बोल्टन ने कहा कि भारत को सोशल मीडिया पर होने वाले शोर-शराबे और धमकियों से दूर रहते हुए असली वार्ताकारों के साथ बातचीत पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने माना कि ये मुद्दे आसानी से या जल्दी सुलझने वाले नहीं हैं, लेकिन दोनों देशों में अच्छी भावना है और इसी के जरिए समाधान खोजा जा सकता है।
व्यापार का महत्व लेकिन…
बोल्टन ने स्पष्ट किया कि भारत-अमेरिका व्यापार दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए बेहद अहम है और यह बड़े पैमाने पर असर डाल सकता है। लेकिन इसे रणनीतिक साझेदारी के व्यापक संदर्भ में देखा जाना चाहिए। उनके मुताबिक, “इस सदी में भारत और अमेरिका के बीच अस्तित्व से जुड़े कई अहम सवाल हैं। व्यापार महत्वपूर्ण है, लेकिन उसे परिप्रेक्ष्य में रखना होगा।”