केवल जवानों ने ही नहीं 400 वैज्ञानिकों ने भी आपरेशन सिंदूर की सफलता में निभाया रोल,
इसरो प्रमुख ने बताई सच्चाई
10 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अंतरिक्ष तकनीक सिर्फ विज्ञान की उपलब्धि नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा का मजबूत हथियार भी है। इसरो के प्रमुख वी. नारायणन ने मंगलवार को अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (एआईएमए) के 52वें राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैटेलाइट्स ने बिना किसी रुकावट के लगातार काम किया और सेना को जरूरी सहयोग प्रदान किया।
24×7 सक्रिय रहे भारतीय सैटेलाइट्स
नारायणन ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैटेलाइट्स ने 24 घंटे लगातार रियल-टाइम डेटा उपलब्ध कराया। उन्होंने कहा, “देश की सुरक्षा के लिए सैटेलाइट्स का सक्रिय रहना बेहद जरूरी है और इस मिशन ने इसकी अहमियत को साबित कर दिया है।” इस दौरान इसरो के 400 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने पृथ्वी अवलोकन (Earth Observation) और संचार उपग्रहों के जरिए लगातार 24×7 काम किया। उनकी मेहनत की वजह से सेना को हर पल सही लोकेशन, लाइव इमेज, ड्रोन मूवमेंट और आतंकी ठिकानों की सही जानकारी मिलती रही, जिससे ऑपरेशन सिंदूर को समय पर अंजाम देना संभव हो पाया।
तंत्र-तकनीक का अनूठा इस्तेमाल
इसरो प्रमुख ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अंतरिक्ष तकनीक की भूमिका निर्णायक रही। इस दौरान ड्रोन और अत्याधुनिक लड़ाकू हथियारों का इस्तेमाल किया गया, वहीं स्वदेशी रूप से विकसित आकाश तीर जैसी वायु रक्षा प्रणालियों की क्षमताओं का भी परीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि मिशन के हर चरण में सैटेलाइट्स की मदद से आतंकियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी गई। इससे न सिर्फ ठिकानों की पहचान आसान हुई, बल्कि उनकी ध्वस्त करने की सटीक रणनीति भी तैयार हो पाई।
गगनयान मिशन और भारत की भविष्य की अंतरिक्ष योजनाएं
नारायणन ने सम्मेलन में गगनयान परियोजना पर भी अहम अपडेट दिए। उन्होंने बताया कि इसरो ने गगनयान परियोजना के तहत अब तक 7,700 से ज्यादा जमीनी परीक्षण पूरे कर लिए हैं। इस परियोजना का लक्ष्य 2027 तक भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष यान भेजना है। इससे पहले इसरो 2,300 और परीक्षण करेगा और तीन मानवरहित मिशनों को अंजाम देगा, जिनमें से पहला इस साल दिसंबर में लॉन्च होने की संभावना है। इसके बाद दो और मानवरहित मिशन होंगे। इसरो को सरकार की ओर से दो मानवयुक्त मिशनों को मंजूरी मिल चुकी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो को 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने और 2040 तक चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री को उतारने का लक्ष्य सौंपा है। फिलहाल भारत के पास 58 सक्रिय सैटेलाइट्स हैं, लेकिन अगले तीन साल में इनकी संख्या तीन गुना करने की योजना है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत ने पूरे देश को हिला दिया था। इस हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। इसके बाद भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को सटीक निशाने पर लेते हुए पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए और कई घायल हुए। इस ऑपरेशन की सफलता में इसरो की सटीक सैटेलाइट इंटेलिजेंस ने निर्णायक भूमिका निभाई।