अब एक ही जगह होगा इंश्योरेंस, लोन और इन्वेस्टमेंट,
जियो फाइनेंशियल में अंबानी का तगड़ा दांव
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज़ में मुकेश अंबानी की प्रमोटर समूह कंपनियाँ अब 15,825 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश करेंगी। यह निवेश "प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट" के ज़रिए किया जाएगा, जिसमें 50 करोड़ वारंट जारी किए जाएंगे। प्रत्येक वारंट की कीमत 316.5 रुपये तय की गई है। यह प्रस्तावित कीमत कंपनी के वर्तमान शेयर मूल्य (लगभग 320 रुपये) से थोड़ी कम है।
किसको मिलेगा वारंट और क्या है समयसीमा ?
जिन दो प्रमोटर समूह कंपनियों को यह वारंट मिलेंगे, वे हैं – सिक्का पोर्ट्स टर्मिनल्स और जामनगर यूटिलिटीज़ एंड पावर। दोनों कंपनियों को 25-25 करोड़ वारंट दिए जाएंगे। इन वारंट्स को 18 महीनों के भीतर इक्विटी शेयरों में बदला जा सकेगा। इस प्रस्ताव को जियो फाइनेंशियल के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।
निवेश का उद्देश्य क्या है ?
यह विशाल पूंजी निवेश कंपनी के विस्तार योजनाओं को मज़बूती देगा। जियो फाइनेंशियल अब लेंडिंग (ऋण वितरण), बीमा, डिजिटल पेमेंट्स, ब्रोकिंग और म्युचुअल फंड जैसे क्षेत्रों में अपने उत्पादों और सेवाओं को और व्यापक स्तर पर लॉन्च करने जा रही है। इसके लिए मजबूत पूंजी आधार की आवश्यकता है, जिसे यह निवेश पूरा करेगा।
एलियांज के साथ साझेदारी और भविष्य की योजनाएँ
कुछ ही हफ्ते पहले जियो फाइनेंशियल ने जर्मनी की इंश्योरेंस दिग्गज कंपनी एलियांज के साथ एक 50:50 पुनर्बीमा संयुक्त उपक्रम (Reinsurance JV) की घोषणा की थी। इसके साथ ही दोनों कंपनियाँ जीवन बीमा और सामान्य बीमा के क्षेत्र में अन्य संयुक्त उद्यमों की संभावनाएँ भी तलाश रही हैं। ये सभी प्रयास बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश की मांग करते हैं, जिसे अब यह फंडिंग कवर करेगी।
डिमर्जर के बाद का सफर
गौरतलब है कि जियो फाइनेंशियल का रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (RIL) से डिमर्जर जुलाई 2023 में हुआ था और अगस्त 2023 में इसका शेयर बाज़ार में लिस्टिंग हुई थी, उस समय शेयर की कीमत 262 रुपये थी। इसके बाद से कंपनी ने वित्तीय सेवाओं के अनेक क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति मज़बूत की है और अब यह नया पूंजी निवेश उसे और अधिक प्रतिस्पर्धी और विस्तृत बनाएगा।