ऑपरेशन सिंदूर: टारगेट चुनने और जोरदार पलटवार करने की दी गई थी छूट,
राजनाथ सिंह ने किया पाकिस्तान को करारा जवाब देने की रणनीति का खुलासा
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में बयान देते हुए खुलासा किया कि "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत भारतीय सशस्त्र बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी गई थी कि वे पाकिस्तान को उसकी आतंकी गतिविधियों के लिए किस तरह से जवाब दें। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य युद्ध छेड़ना नहीं था, बल्कि पाकिस्तान को उसकी 'परोक्ष युद्ध नीति' यानी आतंकवाद के ज़रिये छेड़े जा रहे युद्ध के लिए सज़ा देना था।”
टारगेट चुनने की छूट
रक्षामंत्री के अनुसार, भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना को टारगेट चुनने और जोरदार पलटवार करने की खुली छूट दी गई थी। राजनाथ सिंह ने बताया कि 10 मई की सुबह, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस पर तेज और सटीक हमले किए, तो पाकिस्तान को हार माननी पड़ी और वह बातचीत के रास्ते पर लौट आया।
समाप्त नहीं किया गया ऑपरेशन सिंदूर
राजनाथ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर को समाप्त नहीं किया गया है, बल्कि फिलहाल स्थगित किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान फिर से किसी दुष्कर्म या दुस्साहस की कोशिश करता है, तो यह अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, “भारतीय वायुसेना की ताक़तवर स्ट्राइक्स, भारतीय सेना की LoC पर आक्रामक कार्रवाई और भारतीय नौसेना की मोर्चाबंदी ने पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।”
देश कलाई मरोड़ना भी जानता है
लोकसभा में बोलते हुए उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि भारत ने हमेशा शांति की भाषा बोली है, चाहे वह लाहौर बस यात्रा जैसी पहल हो, लेकिन जब पाकिस्तान ने पीठ में छुरा घोंपा, तो भारत ने उसे करारा जवाब भी दिया बालाकोट स्ट्राइक इसका उदाहरण है। रक्षा मंत्री ने कहा, “भारत पहले मित्रता का हाथ बढ़ाता है, लेकिन अगर कोई विश्वासघात करता है, तो यह देश कलाई मरोड़ना भी जानता है।”