वक्फ बिल के समर्थन के बाद JDU में बगावत, चार मुस्लिम नेताओं ने छोड़ी पार्टी,
नीतीश को बड़ा झटका
26 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
वक्फ संशोधन बिल दिन भर की गहमा-गहमी के बाद गुरुवार की देर रात राज्यसभा में भी पास हो गया। यहाँ बिल के समर्थन में 128 वोट तो वही बिल के विरोध में कुल 95 वोट डाले गए। इस दौरान नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने बिल का समर्थ किया। जिसके बाद अब नितीश की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। नीतीश के बिल को समर्थन देने के बाद फैसले से नाराज 4 मुस्लिम नेताओं ने JDU को अलविदा कह दिया है। पार्टी छोड़ते हुए मुस्लिम नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मुस्लिमो का भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया है।
भरोसा तोड़ने के आरोप….
नीतीश के फैसले से नाराज हो कर बगावत करने वाले चार मुस्लिम नेताओं में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मोहम्मद शाहनवाज मलिक, प्रदेश महासचिव सिए मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग, भोजपुर से पार्टी सदस्य मो. दिलशान राईन और खुद को मोतिहारी के ढाका विधानसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी बताने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी शामिल हैं। इन्होनें वक्फ बिल पर समर्थन पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि पार्टी ने लाखों मुसलमानों का भरोसा तोड़ा है। हालांकि, पार्टी ने उनके दावों को खारिज करते हुए कहा है कि इनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
नेताओं का त्यागपत्र….
मो. कासिम अंसारी और मो. नवाज मलिक ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अलग-अलग पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने मुसलमानों का वह विश्वास खो दिया है, जो यह मानते थे कि उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष है। अंसारी ने अपने पत्र में कहा कि मुझे दुख है कि मैंने इस पार्टी को अपने कई साल दिए, वहीं, मलिक ने कहा कि वक्फ बिल संविधान में दिए गए कई मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। अंसारी ने लिखा, “मैं पूरे सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि हम जैसे लाखों भारतीय मुस्लिमों को यह अटूट विश्वास था कि आप पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के ध्वजवाहक हैं लेकिन अब यह विश्वास टूट गया है। हम जैसे लाखों समर्पित भारतीय मुस्लिम और कार्यकर्ता जद(यू) के इस रुख से गहरे आहत हैं। भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ है और इसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता, न तो आप और न ही आपकी पार्टी इस बात को समझ रही है। मुझे अफसोस है कि मैंने इस पार्टी को अपने कई साल दिए।”
कार्यकर्त्ता आहात हुए - नवाज
दूसरी ओर, जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राज्य सचिव मो. नवाज मलिक ने भी वक्फ बिल के समर्थन को लेकर नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। नीतीश कुमार को लिखे अपने त्यागपत्र में मलिक ने लिखा, “लाखों भारतीय मुस्लिमों को अटूट विश्वास था कि आप पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के ध्वजवाहक हैं, लेकिन अब यह विश्वास टूट गया है। वक्फ संशोधन विधेयक पर जेडीयू के रुख से हम जैसे समर्पित भारतीय मुस्लिम और पार्टी कार्यकर्ता गहरे आहत हुए है। जिस तरह लोकसभा में ललन सिंह ने इस बिल का समर्थन किया, उससे हम निराश हैं।