वे ‘ढेर’ नहीं बल्कि ‘शहीद’ हुए हैं…
दिशा पाटनी के घर हमले के बाद एनकाउंटर पर गैंगस्टर का पोस्ट वायरल
1 days ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी और उनकी बहन खुशबू पाटनी के बरेली स्थित आवास पर हुई फायरिंग मामले में जांच ने बड़ी प्रगति दिखाई है। पुलिस की तेज कार्रवाई में कुल चार शूटरों की पहचान हुई- जिनमें से दो को एनकाउंटर्स में मार गिराया गया है और दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
आर-पार की कार्रवाई और शूटरों की पहचान मिली जानकारी के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि यह वारदात गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के नेटवर्क से जुड़ी हुई है। पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने चार शूटरों के नाम चिन्हित किए। इनमें से दो शूटर को पुलिस ऑपरेशन में ढेर कर दिया गया, जबकि बाकी दो पर इनाम घोषित कर उन्हें ट्रैक किया जा रहा है।
रोहित गोदारा का पोस्ट- “हमारे भाई शहीद हुए” महत्वपूर्ण रूप से सोशल मीडिया पर अब गैंगस्टर रोहित गोदारा का एक पोस्ट वायरल हो रहा है। पोस्ट में रोहित ने एनकाउंटर्स को “इंसाफ नहीं” बताया और मारे गए साथियों को “शहीद” करार दिया। पोस्ट के मुख्य बिंदु यूं हैं, रोहित ने अपने दोनों शूटरों के ढेर होने को स्वीकार करते हुए लिखा कि वे ‘ढेर’ नहीं बल्कि ‘शहीद’ हुए हैं। उन्होंने उन लोगों पर निशाना साधा जो धर्म का नाम लेकर चल रहे हैं और कहा कि कई लोग सिर्फ अपनी परचून की रोटी सेंक रहे हैं। रोहित ने दावा किया कि यह एनकाउंटर्स सनातन धर्म की हार है और जिन्होंने धर्म के लिए लड़ा, उन्हें मार दिया गया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने मारे गए साथियों को इंसाफ दिलाने तक चुप नहीं बैठेंगे और जो भी इसमें शामिल है- चाहे पैसा-पावर कितना भी हो उसकी गिनती करेंगे। रोहित के इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर नया राजनीतिक और संवेदनशील बहस खड़ी कर दी है, जहां कुछ उपयोगकर्ता मुठभेड़ों की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं और कुछ इस पर कानून-व्यवस्था की कड़ी सख्ती की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की सक्रियता, नेटवर्क की मौजूदगी का संकेत पुलिस ने कहा है कि इस मामले से स्पष्ट हुआ है कि गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा का नेटवर्क उत्तर प्रदेश तक सक्रिय है। जांच में अब यह तहकीकात भी की जा रही है कि शूटरों की तैनाती कैसे हुई, किसने उन्हें हेल्प की और हाल के घटनाक्रमों में इन गैंग्स की क्या भूमिका रही। फरार दो आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमों को लगाया गया है और अंतरराज्यीय समन्वय भी किया जा रहा है।
जांच जारी- सोशल मीडिया पर सख्त निगाह मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने कहा है कि सोशल मीडिया पर उठने वाली अफवाहों से सावधान रहा जाए और आधिकारिक बयान का ही भरोसा किया जाए। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जो भी कानूनी प्रक्रिया चाहिए, वह पूरी पारदर्शिता के साथ अमल में लाई जाएगी।