क्या है वक्फ संसोधन बिल और क्या है उसपर विवाद,
वजह विपक्ष के हाय-तौबा की…..
28 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
लोकसभा में आज बारह बजे पेश होने वाले वक्फ संसोधन बिल को लेकर चारो तरफ बवाल मचा हुआ है। एक तरफ जहां विपक्ष इस बिल को जमीन बेचेने का बहाना बता रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार वक्फ को सरकारी संपत्ति पर जबरन कब्जे का माध्यम बता रही है। फिलहाल इस पुरे मामले को लेकर जहां सरकार बिल को लाने के लिये पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है, वहीं विपक्ष इस बिल का पूरी ताकत से विरोध करने के लिए तैयार बैठा है। जिसको लेकर विपक्ष के सभी सांसदों को आज सदन पहुंचकर चर्चा में बढ़-चढ़कर भाग लेने को कहा गया है। वहीं इस बीच इस पूरी बहस और बिल को लेकर मचे पुरे विवाद की वजह क्या यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। आइये जानते हैं क्या है वक्फ ससोधन बिल और क्या है इसके पीछे छिड़े विवाद की पूरी वजह………
क्या है वक्फ…..
दरअसल इस्लाम धर्म में वक्फ दान देने का एक तरीका है, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपनी संपत्ति किसी धार्मिक कार्य के लिए दान कर सकता है। दान करने के बाद यह संपत्ति वक्फ की संपत्ति कहलाती है। हालाँकि दान की गई संपत्ति को किस प्रकार के धार्मिक कार्य के उपयोग करना है यह बात दान करने वाला व्यक्ति तय कर सकता है। दान दी गई संपत्ति में चल (रुपए, जेवर आदि) या अचल (घर, जमीन आदि) संपत्ति दोनों हो सकती है। आमतौर पर यह संपत्ति या इससे होने वाली आमदनी धार्मिक स्कूल, कब्रिस्तान, मस्जिद और अनाथालयों के रखरखाव में खर्च होती है।
क्या है वक्फ में संसोधन के प्रस्ताव…….
सरकार ने वक्फ में संसोधन को लेकर कुछ प्रस्ताव रखे हैं, जिसका बोर्ड तथा मुस्लिन संगठनो के साथ ही विपक्ष भी पुरजोर विरोध कर रही है। दरअसल इस बिल के तहत वक्फ बोर्ड में 2 गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने, बोर्ड में महिला सदस्यों की नियुक्ति करने, वक्फ संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन जिला मजिस्ट्रेट के ऑफिस में किये जाने, आखरी मने जाने वाले ट्रिब्यूनल के फैसलों को हाईकोर्ट में चुनौती दिए जा सकने के अधिकार तथा जब तक कोई संपत्ति दान में न मिली हो तब तक वक्फ बोर्ड के उस पर दावा ना कर पाने के प्रस्ताव रखे गए हैं। जिसको लेकर बोर्ड और विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है।
प्रस्ताव पर क्या है विवाद……
लोकसभा में पेश होने वाले इस बिल से जुड़े प्रस्ताव को लेकर विपक्ष तथा अन्य संगठनों के अपने अलग मत हैं, जिसको लेकर उनका मानना है की इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद वक्फ के व्यतिगत अधिकारों का हहन हो सकता है। जिसके तहत वक्फ बोर्ड में 2 गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने को लेकर मुस्लिम समुदाय का कहना है कि इससे वक्फ की धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रभाव पड़ेगा, बोर्ड में महिला सदस्यों की नियुक्ति करने को लेकर कुछ समूहों का मानना है कि इससे वक्फ का पारंपरिक ढांचा बदल जायगा, वक्फ संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन जिला मजिस्ट्रेट के ऑफिस में किये जाने को लेकर कुछ लोगों का मानना है कि इससे सरकार का नियंत्रण बढ़ेगा तथा वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की स्वायत्तता कम होगी, आखरी मने जाने वाले ट्रिब्यूनल के फैसलों को हाईकोर्ट में चुनौती दिए जा सकने के अधिकार को लेकर विपक्ष का कहना है इससे न्याय प्रक्रिया में देरी होने आएगी वहीं जब तक कोई संपत्ति दान में न मिली हो तब तक वक्फ बोर्ड के उस पर दावा ना कर पाने के प्रस्ताव को लेकर माना जा रहा है कि यह बदलाव वक्फ की संपत्तियों के दावों को भी सीमित करेगा, जिसको लेकर यह पूरा विवाद छिड़ा हुआ है।
पेश होने वाले बिल पर क्या बोला विपक्ष
लोकसभा में पेश होने वाले बिल को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है, जिसको लेकर विपक्ष के नेताओं तथा धर्म गुरुओं के बयान सामने आ रहे हैं। इसको लेकर बरेली में इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने कहा है कि यह बिल किसी भी कीमत पर कबूल नहीं किया जाएगा। हिंदू समाज को बरगलाने के लिए यह सब किया जा रहा है। यह मुसलमानों को कमजोर करने की साजिश है। अन्याय का जितना विरोध किया जाना चाहिए, उतना विरोध नहीं हुआ है। विरोध अभी ठीक तरह से नहीं किया गया है। उन्होंने कहा है कि हम पर यह आरोप लगाया जाता है कि हमने नाजायज कब्जे करके वक्फ किए हैं, जबकि हमारे बुजुर्गों ने अपनी जायदादों को वक्फ किया है। कई बादशाहों ने भी ऐसा किया। उन्होंने कई मंदिर बनवाए और मंदिरों को जायदादें दीं। अब उल्टा उनकी जायदादें छीनी जा रही हैं। वहीं इसको लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा का हर फैसला वोट के लिए होता है। समाजवादी पार्टी वक्फ बिल के खिलाफ है। भाजपा पूरा नियंत्रण चाहती है। प्रशासन के गलत फैसले के कारण भारत की संस्कृति और भाईचारे के खिलाफ खाई पैदा की गई है। वह कहते थे कि हम तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं, क्या भाजपा ईद पर किट बांटकर तुष्टीकरण नहीं कर रही है?
हर अच्छे काम का विरोध होता है- योगी
लोकसभा में आज पेस होने वाले इस बिल लो लेकर चल रहे विरोध को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हर अच्छे काम का विरोध होता है, इसी तरह वक्फ संशोधन विधेयक पर भी हंगामा हो रहा है, जो लोग इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं…क्या वक्फ बोर्ड ने मुसलमानों का भी कोई कल्याण किया है? वक्फ सरकारी संपत्ति पर जबरन कब्जे का माध्यम बन गया है।