तुर्की में अफगानिस्तान-पाकिस्तान शांति वार्ता का तीसरा दिन,
तालिबान की पाकिस्तान को सख्त चेतावनी ‘हमले का जवाब देंगे’
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
तुर्की के इस्तांबुल में चल रही अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता अब तीसरे दिन में पहुंच चुकी है, लेकिन अब तक किसी ठोस नतीजे पर सहमति नहीं बन सकी है। इसी बीच अफगान तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान को कड़े लहजे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर किसी देश ने अफगानिस्तान पर हमला किया, तो उसे उसी तरह का जवाब दिया जाएगा। “अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तुर्की में बातचीत जारी है। हम उम्मीद करते हैं कि बातचीत से कोई रास्ता निकलेगा, लेकिन अगर किसी देश ने अफगानिस्तान की सीमा लांघी या हमला किया, तो जवाब देना तय है।” उनका यह बयान साफ तौर पर पाकिस्तान को निशाना बनाता दिख रहा है।
सीमा विवाद और हालिया हिंसा ने बढ़ाया तनाव दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल इस्तांबुल में शांति वार्ता के दूसरे दौर में शामिल हैं। यह बातचीत 19 अक्टूबर को कतर में हुए युद्धविराम समझौते के बाद शुरू हुई थी। उस समय पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर हिंसा में दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। यह झड़प 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद सबसे भीषण मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, तुर्की की मध्यस्थता में दोनों देशों के बीच लंबे समय के युद्धविराम पर सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन मतभेद अब भी बने हुए हैं।
अफगान-पाक सीमा पर फिर बढ़ा बवाल वार्ता चलने के दौरान ही सीमा पर तनाव फिर बढ़ गया है। पाकिस्तानी सुरक्षा सूत्रों ने अफगान तालिबान पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। एक अधिकारी ने कहा “सीमा पार आतंकवाद पर पाकिस्तान कोई समझौता नहीं कर सकता।”वहीं तालिबान प्रतिनिधि ने इन आरोपों को ‘गलत और भ्रामक’ बताया और कहा कि बातचीत अब भी सकारात्मक माहौल में चल रही है।
आतंकियों की घुसपैठ नाकाम, 25 आतंकी ढेर इसी बीच पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकियों की घुसपैठ की दो बड़ी कोशिशों को पाक सेना ने नाकाम किया है। पाक सेना के अनुसार, इस मुठभेड़ में 25 आतंकी मारे गए, जिनमें चार आत्मघाती हमलावर भी शामिल थे। सेना ने बताया कि आतंकवादी अफगान सीमा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं। इस मुठभेड़ में पांच पाकिस्तानी सैनिकों की भी मौत हुई है।
बातचीत या भिड़ंत? तुर्की में जारी यह वार्ता दोनों देशों के रिश्तों के भविष्य के लिए अहम मानी जा रही है। हालांकि अब तक नतीजे अनिश्चित हैं। अफगानिस्तान सुलह चाहता है, लेकिन पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताएं भी बरकरार हैं। ऐसे में देखना होगा कि क्या यह वार्ता शांति का रास्ता खोलेगी या एक और टकराव की भूमिका बनेगी।