AIIMS भोपाल के डॉक्टरों का नशे में बवाल, पुलिस से की गाली-गलौज,
वीडियो हुआ वायरल
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
भोपाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एम्स भोपाल (AIIMS Bhopal) के कुछ रेजिडेंट डॉक्टरों ने सड़क किनारे कार लगाकर देर रात शराब पार्टी की और जब पुलिस पहुंची तो उनसे जमकर बदतमीजी की। यह घटना 29-30 अक्टूबर की दरम्यानी रात की बताई जा रही है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें डॉक्टरों को पुलिस से गाली-गलौज करते और नशे में धुत हालत में दिखाया गया है। इस पूरे मामले ने एम्स प्रशासन को भी सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है।
कार में बियर, स्नैक्स और नशे में डॉक्टर, पुलिस से की गाली-गलौज
वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि सड़क किनारे खड़ी एक कार के ऊपर बियर की बोतल और ग्लास रखे हैं। कार के अंदर भी कई बियर की बोतलें और स्नैक्स पड़े हुए हैं। कार में बैठे युवक खुद को एम्स भोपाल का रेजिडेंट डॉक्टर बताते हैं। जब एक पुलिसकर्मी ने उनसे पूछताछ की तो एक डॉक्टर उससे उलझ गया और गालियां देने लगा। वीडियो में डॉक्टर पुलिसकर्मी से कहता है यह तेरा बाप है। पुलिस ने जब गाली देने से मना किया, तो डॉक्टर और भी उग्र हो गया। इस दौरान डॉक्टरों ने कार स्टार्ट कर मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मी ने समझदारी दिखाते हुए कार की चाबी निकाल ली। इसके बाद वहां और पुलिसकर्मी पहुंचे और गाड़ी में रखी शराब और स्नैक्स की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की।
एम्स प्रशासन ने लिया सख्त एक्शन, एक डॉक्टर बर्खास्त एक मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, घटना की जानकारी पुलिस ने एम्स भोपाल प्रबंधन को दी। संस्थान ने मामले को बेहद गंभीर मानते हुए जांच शुरू की। जांच पूरी होने के बाद एम्स प्रशासन ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि एक जूनियर रेजिडेंट को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटा दिया गया है, जबकि दूसरे डॉक्टर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई जारी है। एम्स ने कहा, यह घटना संस्थान के मानकों के अनुरूप नहीं है। हमारा नैतिक दायित्व है कि हर समय उचित और पेशेवर व्यवहार बनाए रखा जाए।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। यूजर्स का कहना है कि डॉक्टर जैसे जिम्मेदार पेशे में होकर सड़क पर शराब पार्टी और हंगामा करना शर्मनाक है। कई लोगों ने लिखा कि डॉक्टर हो या कोई और, कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए। एक यूजर ने टिप्पणी की अगर रेजिडेंट रहते ही इतनी अकड़ है, तो सीनियर बनने पर क्या होगा इस पूरे मामले ने एक बार फिर डॉक्टरों की जिम्मेदारी और सार्वजनिक छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।