हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता, अमित शाह के बयान से संसद में मचा सियासी घमासान,
कांग्रेस पर जमकर बोला हमला
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में विशेष चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए भगवा आतंकवाद का झूठा सिद्धांत गढ़ा और देश के बहुसंख्यक समुदाय को बदनाम करने की कोशिश की। शाह ने दो टूक कहा कि कोई भी हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता और भारत की जनता ने कांग्रेस के इस झूठ को नकार दिया है।
कांग्रेस ने आतंकवाद को धार्मिक रंग देने की कोशिश
अपने संबोधन में शाह ने 26/11 के मुंबई हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस आतंकी हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा था, लेकिन कांग्रेस ने इसके लिए हिंदुत्ववादी संगठनों को दोषी ठहराने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जैसे लोगों ने जानबूझकर इस मामले को गलत दिशा देने की कोशिश की। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि यह सब तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा था, जिससे चुनाव में वोट बटोरे जा सकें।
मालेगांव धमाकों से पहले आया बयान
शाह का यह बयान ऐसे समय आया है जब मालेगांव धमाकों से जुड़े केस का कोर्ट में फैसला आने वाला है। इस केस में अभिनव भारत नाम के संगठन के कुछ सदस्यों पर आरोप है। शाह ने कहा कि इस मामले में निर्दोष लोगों को जेल भेजा गया, उन्हें प्रताड़ित किया गया और बदनाम किया गया, ताकि एक नकली कहानी बनाकर राजनीतिक लाभ उठाया जा सके। उन्होंने अफजल गुरु की फांसी में देरी का भी हवाला दिया और इसके लिए तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम को जिम्मेदार ठहराया।
आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप
ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर चर्चा के दौरान शाह ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति और वोट बैंक पॉलिटिक्स ने देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने का असली कारण कांग्रेस की नीतियां रही हैं।
जम्मू-कश्मीर में बड़ा बदलाव
शाह ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर कहा कि अब आतंकवाद निचले स्तर पर पहुंच चुका है। पहले स्थानीय युवक कट्टरपंथी बनते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि पिछले छह महीनों में किसी भी कश्मीरी युवक ने बंदूक नहीं उठाई है और जो मारे जा रहे हैं, वे सभी पाकिस्तानी आतंकवादी हैं।
निष्पक्ष चुनाव और पाकिस्तान पर सख्ती
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि घाटी में हुए हालिया चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष थे। पहले चुनावों में धांधली होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। एक अधिकारी के हवाले से उन्होंने कहा कि पहले चुनाव में सुरक्षा नहीं, बल्कि मतपेटी भरना प्राथमिक काम होता था। शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर तभी रोका गया जब पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और युद्धविराम की गुहार लगाई।