आंध्र प्रदेश में बड़ा ऑपरेशन: लगातार दूसरे दिन मुठभेड़,
दो दिनों में 13 नक्सली ढेर
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामाराजू जिले में नक्सल विरोधी अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। मारेडुमिल्ली क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच दूसरे दिन भी मुठभेड़ हुई, जिसमें बुधवार सुबह सात नक्सली मारे गए। इससे एक दिन पहले इसी इलाके में छह माओवादी ढेर किए गए थे, जिनमें कुख्यात कमांडर मादवी हिडमा भी शामिल था। हिडमा पिछले दो दशकों में नक्सलियों की कई बड़ी वारदातों का मास्टरमाइंड माना जाता था। नए एनकाउंटर के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन और तेज कर दिया गया है, क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि क्षेत्र में और भी नक्सली ग्रुप सक्रिय हो सकते हैं।
दूसरे दिन भी मुठभेड़, सात नक्सली ढेर, तीन महिला शामिल आंध्र प्रदेश के ADG (इंटेलिजेंस) महेश चंद्र लड्ढा ने बताया कि बुधवार सुबह ऑपरेशन के दौरान सात नक्सली मारे गए। इनमें तीन महिला माओवादी भी शामिल हैं। यह मुठभेड़ मंगलवार को हुए पहले एनकाउंटर की जगह से लगभग सात किलोमीटर दूर हुई। सुबह करीब 7 बजे सुरक्षा बलों ने छिपे हुए नक्सलियों को घेर लिया और दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई।
तकनीकी अभियान विशेषज्ञ टेक शंकर भी मारा गया मारे गए नक्सलियों में एक की पहचान मेटुरी जोखा राव उर्फ टेक शंकर के रूप में हुई है। अधिकारियों के मुताबिक वह आंध्र-ओडिशा सीमा क्षेत्र में नक्सली संगठन की केंद्रीय समिति से जुड़ा था। वह हथियार बनाने, संचार तंत्र तैयार करने और तकनीकी नेटवर्क विकसित करने में माहिर था। शंकर लगभग 20 वर्षों से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था और हाल ही में दक्षिण भारत में संगठन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा था।
मादवी हिडमा की मौत के बाद नक्सलियों पर बड़ा झटका मंगलवार को हुई मुठभेड़ में PLGA बटालियन-1 के प्रमुख मादवी हिडमा मारा गया था। हिडमा को नक्सलियों का सबसे खतरनाक कमांडर माना जाता था। वह कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था और सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी मौत को नक्सल आंदोलन के खिलाफ निर्णायक प्रहार बताया है।
क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज, और ग्रुप सक्रिय होने का अंदेशा लगातार दो दिनों से जारी अभियानों को देखते हुए सुरक्षा बलों ने आशंका जताई है कि मारेडुमिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में और भी नक्सली यूनिट सक्रिय हो सकती हैं। अधिकारियों ने कहा है कि आने वाले दिनों में अभियान और तेज किया जाएगा ताकि किसी भी संभावित पुनर्गठन की कोशिश को रोका जा सके।