पिता की राह पर चला बेटा… राहुल द्रविड़ के बेटे को अब भारत की इस टीम में मिला मौका,
जानिए कब और कहां खेलेंगे
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
भारत के महान बल्लेबाज और मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ के छोटे बेटे अन्वय द्रविड़ इन दिनों क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बने हुए हैं। उन्होंने कम उम्र में ही अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलना शुरू कर दिया है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के वार्षिक पुरस्कार समारोह में हाल ही में सम्मानित किए जाने के बाद अब उन्हें एक और बड़ी सफलता मिली है। अन्वय को भारत की अंडर-19 वनडे चैलेंजर ट्रॉफी के लिए चुना गया है, जो 5 से 11 नवंबर 2025 तक हैदराबाद में खेली जाएगी।
टीम C में शामिल हुए अन्वय द्रविड़ राहुल द्रविड़ के बेटे अन्वय द्रविड़ को टूर्नामेंट में टीम C में शामिल किया गया है। यह टूर्नामेंट हर साल युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देता है। अन्वय न सिर्फ एक आक्रामक बल्लेबाज हैं, बल्कि विकेटकीपर की भूमिका भी निभाते हैं। टीम C की कप्तानी एरॉन जॉर्ज करेंगे, जबकि उपकप्तान आर्यन यादव होंगे। टीम C का पहला मुकाबला टीम B के खिलाफ होगा, जिसकी कमान वेदांत त्रिवेदी के हाथों में है। यह अन्वय के लिए एक बड़ा अवसर है, जहां वह अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दोनों से चयनकर्ताओं का ध्यान खींच सकते हैं।
बड़े भाई भी खेलते हैं क्रिकेट राहुल द्रविड़ के बड़े बेटे समित द्रविड़ भी क्रिकेटर हैं। हाल ही में उन्होंने महाराजा टी20 केएससीए ट्रॉफी में बतौर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन किया था। वहीं अन्वय द्रविड़ ने वीनू मांकड़ ट्रॉफी में कर्नाटक टीम की कप्तानी की थी और शानदार बल्लेबाजी की झलक दिखाई थी।
टूर्नामेंट में चार टीमें करेंगी मुकाबला अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी में कुल चार टीमें हिस्सा ले रही हैं टीम A, टीम B, टीम C और टीम D। हर टीम में देशभर के उभरते खिलाड़ी चुने गए हैं। अन्वय के अलावा इस टूर्नामेंट में विहान मल्होत्रा, वेदांत त्रिवेदी, चंद्रहास दश जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं। यह टूर्नामेंट चयनकर्ताओं के लिए भविष्य के सितारों को पहचानने का एक अहम मंच माना जाता है।
अन्वय पर होंगी सबकी निगाहें अब सबकी निगाहें अन्वय द्रविड़ पर टिकी हैं कि वे मैदान पर कैसा प्रदर्शन करते हैं। उनके चयन से न केवल द्रविड़ परिवार, बल्कि पूरे कर्नाटक क्रिकेट सर्कल में उत्साह का माहौल है। क्रिकेट फैंस को उम्मीद है कि अन्वय भी अपने पिता की तरह भारत को भविष्य में गौरवान्वित करेंगे।