भारतीय संस्कृति स्वीकार करते हैं मुसलमान, तो…. असम CM हिमंता बिस्वा का आया बड़ा बयान,
जानें पूरी बात
17 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Assam CM Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दक्षिणी असम के श्रीभूमि जिले में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारतीय संस्कृति और कानूनों का सम्मान करने वाले मुसलमानों को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत में रहने वाले लोगों को बांग्लादेश के प्रति निष्ठा की शपथ लेने की अनुमति नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भारत को अपनी मातृभूमि मानते हैं और यहां के कानून व संस्कृति को स्वीकार करते हैं, वे सरकार के साथ हैं। हालांकि कुछ लोगों को यह स्वीकार करना कठिन लगता है, वहीं ऐसे मुद्दों पर कड़ी निगरानी आवश्यक है।
बराक घाटी में बांग्लादेशी रेडियो पर आपत्ति
सीएम सरमा ने विशेष रूप से बराक घाटी के लोगों की आलोचना की। यह क्षेत्र श्रीभूमि, कछार और हैलाकांडी जिलों में फैला है। उन्होंने कहा कि सीमा पार से आने वाले बांग्लादेशी रेडियो चैनल सुनना स्वीकार्य नहीं है और लोगों को भारतीय रेडियो चैनल ही सुनने चाहिए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि यह किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह भारत की संप्रभुता और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने के लिए जरूरी है।
धर्मनिरपेक्षता पर सीएम का नजरिया
धर्मनिरपेक्षता को लेकर सवाल पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट जवाब दिया। उन्होंने कहा, धर्मनिरपेक्षता तब साकार होगी जब कोई व्यक्ति निडर होकर रवींद्र संगीत गाए और करीमगंज की जगह श्रीभूमि कहे। इस संदर्भ में उन्होंने X प्लेटफॉर्म पर वीडियो भी साझा किया। याद रहे, श्रीभूमि मुस्लिम बहुल जिला है और इसे नवंबर 2024 तक करीमगंज कहा जाता था।
बांग्लादेशी तस्करों का नेटवर्क ध्वस्त करने का दावा
एक अन्य मामले में, 31 अगस्त को सिलचर में मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के अधिकारी बांग्लादेशी लोगों को अवैध रूप से भारत लाने वाले तस्करों के एक नेटवर्क को ध्वस्त कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इस गिरोह में स्थानीय हिंदू युवा शामिल हैं और यह तस्कर सीमा पार कराने के लिए प्रति व्यक्ति 20,000 रुपये वसूल रहे थे।