तीन राज्यों की मोस्ट वांटेड महिला नक्सली ने हथियारों संग किया आत्मसमर्पण,
जानें क्यों मिला 4 लाख 10 हजार का इनाम
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
MP News: मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां 14 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली सुनीता उर्फ सलीना आयाम ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। यह राज्य की पहली महिला नक्सली है जिसने हथियारों के साथ सरेंडर किया है। सुनीता ने कहा कि अब वह हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहती है। आत्मसमर्पण के बदले उसे कुल 4 लाख 10 हजार रुपये का इनाम दिया गया है।
हथियारों के साथ किया आत्मसमर्पण बालाघाट के ग्राम चोरिया में स्थापित हो रहे नए हॉक फोर्स कैंप में 22 वर्षीय महिला नक्सली सुनीता ने आत्मसमर्पण किया। वह वर्ष 2024 से नक्सल संगठन के एमएमसी जोन प्रभारी और सीसी मेंबर रामदेर की हथियारबंद गार्ड के रूप में सक्रिय थी। आत्मसमर्पण के समय उसने इंसास राइफल, तीन मैगजीन में 30 जिंदा कारतूस, एक बीजीएल और अन्य सामग्री पुलिस को सौंपी।
कई राज्यों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में थी शामिल सुनीता का नाम मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल था। जिस नक्सली रामदेर की यह गार्ड थी, उस पर करीब 3 करोड़ रुपये का इनाम घोषित है। पुलिस का मानना है कि सुनीता का सरेंडर नक्सल संगठन के लिए बड़ा झटका है। आत्मसमर्पण के बाद उसे तुरंत 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद, राइफल के लिए 3.5 लाख रुपये, और मैगजीन के लिए 10 हजार रुपये इनाम दिया गया।
पिता भी कर चुके हैं आत्मसमर्पण सुनीता के पिता भी पहले नक्सल संगठन से जुड़े थे, जिन्होंने सितंबर 2025 में आत्मसमर्पण किया था। सुनीता ने बताया कि वह राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहती है। उसने कहा, मैं अब जंगल का हिंसक जीवन नहीं, बल्कि समाज के विकास में योगदान देना चाहती हूं।
हॉक फोर्स का ऑपरेशन और आगे की कार्रवाई पूछताछ में सुनीता ने बताया कि उसने कुछ हथियार जंगल में छिपा रखे हैं। इसके बाद हॉक फोर्स के डीएसपी अखिलेश गौर और उनकी टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाकर वे हथियार बरामद किए। पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह और एसपी आदित्य मिश्रा ने इस सफलता पर हॉक फोर्स की सराहना की और टीम को इनाम देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सरेंडर की सराहना की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, यह राज्य की प्रभावी आत्मसमर्पण नीति के तहत पहला बड़ा नक्सली सरेंडर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश नक्सल नियंत्रण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस लगातार नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में सफलता हासिल कर रही है।