बिना शादी मां बनीं भोजपुरी सिंगर देवी, ऋषिकेश AIIMS में दिया बच्चे को जन्म,
जानें IVF से कैसे संभव हुआ
8 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Bhojpuri Singer Devi: भोजपुरी सिंगर देवी ने हाल ही में मां बनने की खुशी सोशल मीडिया पर साझा की। खास बात यह है कि देवी अविवाहित हैं और उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी के लिए IVF तकनीक का सहारा लिया। उनकी डिलीवरी ऋषिकेश एम्स में हुई और इसके बाद उन्होंने बच्चे के साथ अपनी तस्वीर भी पोस्ट की। जानकारी के मुताबिक, देवी ने प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी स्पर्म जर्मनी के एक स्पर्म बैंक से लिया। इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है कि आखिर भारत में कोई अविवाहित महिला कैसे मां बन सकती है।
IVF तकनीक से संभव हुई प्रेग्नेंसी
ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल की पूर्व गायनेकोलॉजिस्ट और IVF स्पेशलिस्ट डॉ. सोनाली गुप्ता ने बताया कि अविवाहित, तलाकशुदा या विधवा महिलाएं भी IVF तकनीक की मदद से मां बन सकती हैं। भारत में असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ART) रेगुलेशन एक्ट 2021 के तहत यह प्रक्रिया कानूनी रूप से मान्य है। इस तकनीक में महिला के अंडाशय से एग्स और डोनर के स्पर्म से लैब में एम्ब्रायो तैयार किया जाता है और फिर उसे महिला के गर्भाशय में रखा जाता है। इस तरह महिलाएं प्रेग्नेंसी कंसीव कर लेती हैं।
IVF की सफलता और उम्र का प्रभाव
डॉ. सोनाली के अनुसार IVF एक सुरक्षित और सफल प्रक्रिया है, लेकिन इसकी सफलता काफी हद तक महिला की उम्र पर निर्भर करती है। 20 से 30 वर्ष की उम्र में IVF का सक्सेस रेट सबसे ज्यादा होता है। 35 से 40 वर्ष की उम्र के बीच यह घटने लगता है और 40 से ज्यादा उम्र की महिलाओं के लिए सफलता की संभावना कम हो जाती है। ऐसे मामलों में डोनर एग्स का विकल्प भी उपलब्ध होता है।
बदलती सोच और नया कानून
भारत में ART एक्ट लागू होने के बाद अविवाहित महिलाओं द्वारा IVF का सहारा लेने के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा, जागरूकता और मेडिकल साइंस की तरक्की ने महिलाओं को अपने फैसले खुद लेने की ताकत दी है। अब सिंगल महिलाएं भी IVF तकनीक के जरिए सुरक्षित रूप से मां बन सकती हैं और मातृत्व का सुख पा सकती हैं।