Bihar Election Result 2025 Live: छपरा में चुनावी पलटी... खेसारी लाल पीछे,
BJP की छोटी कुमारी ने 900+ वोटों से बनाई बढ़त
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Bihar Election Result 2025 Live: बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना तेज़ी से जारी है और सारण जिले की चर्चित छपरा विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद रोमांचक हो गया है। इस सीट पर राजद उम्मीदवार और भोजपुरी स्टार शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव का प्रदर्शन फिलहाल उम्मीद से कम दिखाई दे रहा है। शुरुआती रुझानों में वे 900 से अधिक वोटों से पीछे चल रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी छोटी कुमारी मामूली बढ़त बनाए हुए हैं। जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार का प्रदर्शन कमजोर रहा है और उन्हें अब तक मात्र 158 वोट मिले हैं। इस सीट पर किस ओर झुकेगा जनादेश, इसे लेकर मतगणना केंद्र पर तनाव और उत्सुकता दोनों माहौल में दिख रही है।
छपरा में कांटे की टक्कर, खेसारी लाल यादव पिछड़े छपरा सीट पर RJD प्रत्याशी खेसारी लाल यादव को अब तक 2,327 वोट मिले हैं, जबकि BJP उम्मीदवार छोटी कुमारी 3,301 वोटों के साथ आगे चल रही हैं। दोनों के बीच वोटों का अंतर 900 से पार हो चुका है। जन सुराज पार्टी के जय प्रकाश सिंह 158 वोटों के साथ चौथे नंबर पर हैं और उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
क्यों बनी यह सीट इस बार खास? भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के मैदान में उतरने से यह सीट पूरे सारण जिले में सबसे चर्चित रही। RJD ने उन्हें टिकट देकर चुनाव में बड़ा दांव खेला, जिसके बाद युवा मतदाताओं में खास उत्साह देखने को मिला। उनके मुकाबले BJP की छोटी कुमारी चुनाव लड़ रही हैं, जो जिला परिषद अध्यक्ष रह चुकी हैं और महिला मोर्चा की सक्रिय नेता मानी जाती हैं। बनिया समाज में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। जन सुराज के उम्मीदवार जय प्रकाश सिंह का बैकग्राउंड भी चर्चा में रहा। उन्होंने सेना में कर्नल रहते नौकरी छोड़ी, फिर IPS बने, बाद में IG पद छोड़कर राजनीति में कदम रखा।
छपरा सीट की जनसंख्या और पिछले चुनाव का हाल इस बार छपरा सीट पर कुल 2 लाख 89 हजार मतदाता थे। इनमें से वैश्य समुदाय के 65 हजार मतदाता हैं, जिनका वोट चुनाव परिणाम पर बड़ा प्रभाव डालता है। 2020 के चुनाव में यहां BJP के डॉ. सी.एन. गुप्ता ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की थी। उन्हें 75,710 वोट मिले थे, वहीं RJD के रणधीर कुमार सिंह को 68,939 वोट मिले थे। छपरा सीट की दिलचस्प बात यह है कि 1965 से 2014 तक इस सीट पर राजपूत या यादव उम्मीदवार ही जीतते रहे। 2015 में पहली बार एक गैर-यादव, गैर-राजपूत यानी डॉ. सी.एन. गुप्ता ने यहां जीत हासिल की थी और 2020 में भी दोबारा चुने गए।