दो पाकिस्तानी बच्चों को उनकी भारतीय मां के साथ रहने की मिली अनुमति,
जाने क्या है मामला
5 days ago
Written By: News Desk
Dehradun News : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस दौरान देहरादून जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश शुरू कर दी गई है। एक पाकिस्तानी दंपती विकासनगर क्षेत्र में पाया गया, जिन्हें तत्काल देश छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, एक दूसरे मामले में दो पाकिस्तानी बच्चों को उनकी हिंदुस्तानी मां के साथ यहीं रहने की अनुमति दी गई है।
शार्ट टर्म बीजा पर देहरादून रह रहा था परिवार
पाकिस्तानी दंपती आसिफ महमूद और उनकी पत्नी दुआ बिन तारिक कुछ दिनों से शॉर्ट टर्म वीजा पर देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में रह रहे थे। सरकार के आदेश के तहत इन दोनों को भारत छोड़ने के आदेश दिए गए, जिसके बाद बृहस्पतिवार शाम दोनों को पुलिस अभिरक्षा में सहारनपुर रवाना किया गया। सहारनपुर से वे ट्रेन के माध्यम से दिल्ली और फिर पाकिस्तान लौट जाएंगे।
देहरादून में रह रहे सैकड़ों पाकिस्तानी नागरिक
प्रशासन द्वारा की गई जांच में यह तथ्य सामने आया है कि देहरादून जिले में वर्तमान में कुल 217 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें 210 हिंदू शरणार्थी हैं, जबकि शेष पांच मुस्लिम नागरिक हैं। इनमें से तीन पाकिस्तानी मुस्लिम महिलाओं की शादी देहरादून में भारतीय नागरिकों से हुई है और वे यहीं निवास कर रही हैं। इनके दो बच्चों को भी भारत में रहने की अनुमति दी गई है।
तलाक होने के बाद भारत लौट आई थी महिला
इन मामलों के बीच एक संवेदनशील और मानवीय मामला भी प्रकाश में आया है, जिसमें दो पाकिस्तानी बच्चे अपनी हिंदुस्तानी मां के साथ देहरादून के सहसपुर क्षेत्र में रह रहे हैं। महिला की शादी पाकिस्तान में हुई थी और दोनों बच्चों का जन्म वहीं हुआ, जिससे उन्हें जन्म से पाकिस्तानी नागरिकता प्राप्त हो गई। बाद में महिला का तलाक हो गया और वह अपने बच्चों के साथ भारत लौट आई। जब जिला प्रशासन ने पाकिस्तानियों की खोजबीन शुरू की, तब यह मामला सामने आया। प्रशासन ने मानवीय आधार पर निर्णय लेते हुए इन बच्चों को अपनी मां के साथ भारत में ही रहने की अनुमति प्रदान की है।
लिया जा रहा विवेकपूर्ण निर्णय-एसएसपी देहरादून
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुपालन में पाकिस्तान से आए नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापसी के लिए निर्देशित किया जा रहा है। हालांकि, जिन मामलों में मानवीय या वैवाहिक कारण सामने आ रहे हैं, वहां विवेकपूर्ण निर्णय लिया जा रहा है।