दिल्ली में लाल रंग की EcoSport कार की तलाश तेज, उमर के नाम पर थी गाड़ी,
अल फलाह यूनिवर्सिटी ने दी सफाई
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: दिल्ली ब्लास्ट मामले में जांच अब और गहराती जा रही है। ताजा जानकारी के अनुसार, पुलिस ने एक लाल रंग की Ford EcoSport कार की तलाश तेज कर दी है, जो संदिग्ध उमर के नाम पर रजिस्टर्ड बताई जा रही है। इस गाड़ी का नंबर DL10CK0458 है और पुलिस को शक है कि यह कार भी उसी नेटवर्क से जुड़ी है, जिसने दिल्ली में ब्लास्ट की साजिश रची थी। राजधानी के सभी पुलिस थानों, चौकियों और बॉर्डर पोस्ट पर इस गाड़ी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं, हरियाणा और यूपी पुलिस को भी खोज में शामिल किया गया है।
संदिग्ध कार पर दिल्ली पुलिस का अलर्ट सूत्रों के मुताबिक, यह लाल रंग की EcoSport कार पहले देवेंद्र नाम के व्यक्ति के नाम पर थी। बाद में इसे उमर ने खरीदा था और वह इसका दूसरा मालिक था। जांच में यह भी सामने आया है कि i20 कार, जिसमें ब्लास्ट हुआ था, उसकी ओनरशिप में भी देवेंद्र नाम सामने आया है। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि दोनों कारों में एक ही व्यक्ति का नाम है या अलग-अलग लोग हैं।
कार के रंग बदलने की आशंका दिल्ली पुलिस ने सभी कार डीलर, वर्कशॉप और सर्विस सेंटरों को अलर्ट किया है। आशंका है कि संदिग्ध लोग कार का रंग बदलने की कोशिश कर सकते हैं ताकि पहचान मुश्किल हो जाए। इसी कारण पुलिस ने बॉर्डर और टोल नाकों पर सख्त जांच शुरू कर दी है। पुलिस की 5 टीमें इस कार की लोकेशन पता करने में लगी हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
अल फलाह यूनिवर्सिटी ने दी सफाई इस बीच, फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी ने बयान जारी कर कहा कि दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार दो डॉक्टरों से उनका कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है। यूनिवर्सिटी की कुलपति भूपिंदर कौर आनंद ने कहा कि इन लोगों ने सिर्फ अपनी आधिकारिक क्षमता में यूनिवर्सिटी में काम किया था। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग दे रही है ताकि देश की सुरक्षा से जुड़ा निष्पक्ष नतीजा सामने आए।
फरीदाबाद से जुड़ा आतंकी मॉड्यूल जांच में यह भी सामने आया है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाले कश्मीरी डॉक्टर मुज़म्मिल शकील को 30 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने फरीदाबाद के धौज और फतेहपुर तगा गांवों में उससे जुड़े दो कमरों से 2,900 किलो विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ बरामद किए थे। एनआईए को शक है कि यह मॉड्यूल दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ा हुआ है और देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की बड़ी साजिश रची जा रही थी।